पुल पर केनोपी लगाने का प्रस्ताव हो सकता है निरस्त
उज्जैन। महाकाल मंदिर के पास महाकाल लोक परिसर में बन रहा 19 मीटर लंबा ब्रिज अगले साल ही शुरू होने की संभावना है। इसके बनकर तैयार होने में तीन माह का समय लग सकता है। ब्रिज पर केनोपी लगाने की योजना को खारिज किया जा सकता है। हालांकि अभी इस पर कोई निर्णय नहीं हुआ है।
महाकाल दर्शन के लिए मंदिर परिसर के पास बने प्राचीन रूद्रसागर पर स्मार्ट सिटी योजना में 16 करोड़ रुपयों से आर्च ब्रिज बनाया जा रहा है। शुक्रवार को कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने मंदिर परिसर में चल रहे निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया और ब्रिज के काम की जानकारी भी ली। कलेक्टर सिंह ने अक्षरविश्व को बताया ब्रिज का काम पूरा होने में अभी तान माह का समय लग सकता है। इस हिसाब से जनवरी 2025 में ही यह ब्रिज बनकर तैयार हो सकेगा।
ब्रिज पर दर्शनार्थियों को छायादार शेड उपलब्ध कराने के लिए केनोपी लगाने का प्रस्ताव भी शासन को भेजा गया है, किंतु इसको लेकर अब तक सहमति नहीं बनी है। कलेक्टर के साथ पहुंचे स्मार्ट सिटी के अधिकारी भी इस बात के लिए सहमत हैं कि ब्रिज पर केनोपी नहीं लगाना चाहिए। बड़ा कारण यह कि तेज आंधी के कारण इसके दुर्घटनाग्रस्त होने की आशंका ज्यादा है। इसी कारण प्रस्ताव पर अब तक कोई फैसला नहीं हो सका है।
इसलिए, बीच में 62 फीट चौड़ा ब्रिज : ब्रिज की चौड़ाई करीब 23 फीट है, लेकिन बीच में इसे गोलाई में 62 फीट चौड़ा रखा गया है। ऐसा इसलिए किया गया है ताकि दर्शनार्थी मंदिर जाने से पहले कुछ समय यहां रुककर महाकाल लोक के दृश्य आदि का आनंद ले सकें।
डिजिटल घड़ी भी लगाई, लेकिन काम अधूरा
ब्रिज का काम मई 2022 में शुरू किया गया था, लेकिन योजना में बदलाव होने के कारण इंजीनियरिंग ड्राइंग और डिजाइन नए सिरे से बनाई गई। पिछले साल काम पूरा करने के लिए डेडलाइन दो बार तय की गई। पहले जून 22 फिर अगस्त 22 और सितंबर 22 तय की गई लेकिन काम पूरा नहीं हो सका। काम तेजी से कराने के लिए डिजिटल घड़ी भी लगाई गई लेकिन काम समय पर पूरा नहीं हो सका। अब केनोपी लगाने का निर्णय न हो पाने से काम प्रभावित हो रहा।
अभी तीन माह और लगेंगे
रूद्रसागर ब्रिज का काम पूरा होने में अभी तीन माह का समय और लगने की संभावना है। स्टोन क्लेडिंग और रेलिंग के काम जल्द पूरे करने के निर्देश दिए हैं।
-नीरज कुमार सिंह, कलेक्टर