मकान गिरवी रखकर की शादी, दुल्हन भागी

बापूनगर में रहने वाले युवक की मां के गहने और रुपए लेकर जलगांव की युवती गायब
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अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। बापू नगर में रहने वाले युवक ने अपने दोस्त की मदद से महाराष्ट्र जलगांव में रहने वाली युवती से पिछले माह कोर्ट परिसर में शादी की। नई दुल्हन घर में 10 दिन ही रुकी और हरतालिका तीज के अगले दिन वह मां के आभूषण लेकर लापता हो गई। अब युवक अपनी पत्नी की तलाश में थाने के चक्कर लगा रहा है। चिमनगंज थाना पुलिस का कहना है कि आवेदन की जांच की जा रही है।
दोस्त बोला मैंने तेरे सुपुर्द की थी लड़की
भेरूलाल पांचाल ने बताया कि उसकी शादी दोस्त प्रहलाद ने कराई थी। जब शीतल का कोई पता नहीं चला तो प्रहलाद से संपर्क किया। उसका कहना था कि मैंने लड़की को तेरे सुपुर्द कर दिया था अब वह कहीं चली गई है तो मैं कुछ नहीं कर सकता। उसकी तलाश करना तेरी जिम्मेदारी है। भेरूलाल ने बताया कि वह शीतल की तलाश में उसके जलगांव महाराष्ट्र स्थित घर भी गया जहां शीतल की बहन मिली। उसका कहना था कि शीतल को तलाशकर लाओ नहीं तो तुम्हारे खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराएंगे।
मोबाइल से शादी के फोटो-वीडियो डिलिट किये
शीतल और भेरूलाल की शादी नागदा कोर्ट परिसर में वकील द्वारा कराई गई थी लेकिन यह शादी रजिस्टर्ड नहीं थी सिर्फ कागजों पर लिखा पढ़ी कर हस्ताक्षर कराए गए थे। भेरूलाल ने बताया कि उस दौरान शीतल के साथ फोटो वीडियो भी बनाये थे जो मोबाइल में सुरक्षित थे लेकिन शीतल भागने के एक दिन पहले भेरूलाल के मोबाइल से अधिकांश फोटो वीडियो डिलिट कर भागी। हालांकि भेरूलाल के पास शीतल के कुछ फोटो और उसका आधार कार्ड आदि अब भी मौजूद हैं।
मुझे मेरे रुपये वापस दिलवा दो…पत्नी को नहीं रखूंगा
भेरूलाल पांचाल का कहना था कि मैंने थाने में शिकायती आवेदन तीन दिन पहले दे दिया था लेकिन पुलिस ने अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। मैंने मकान गिरवी रखकर रुपये उधार लिये थे। मुझे मेरे रुपये वापस मिल जाएं जिससे मकान को बंधन मुक्त कराऊंगा, मुझे पत्नी शीतल से कोई लेनादेना नहीं। पुलिस द्वारा मामले की जांच की जा रही है।
घटना की कहानी, भेरूलाल की जुबानी
मेरा नाम भेरूलाल पांचाल पिता रामेश्वर पांचाल 31 वर्ष निवासी उन्हेल हालमुकाम बापू नगर है। मैं वेल्डिंग का काम करता हूं। मेरी पहली पत्नी की दो साल पहले हार्ट अटैक से मृत्यु हो गई थी। घर में बूढ़ी मां और दो बच्चे हैं जिनकी देखभाल के लिये दूसरी शादी करना चाहता था।
मेरे दोस्त प्रहलाद निवासी उन्हेल ने बताया था कि उसके जलगांव महाराष्ट्र स्थित ससुराल में लड़की है जिससे शादी करा सकता हूं लेकिन उसके माता पिता को रुपए देना होंगे। मैं दोस्त की बात से सहमत हो गया और लड़की जिसका नाम शीतल 29 वर्ष बताया गया उसे देखने के बाद 1 लाख 40 हजार रुपए नगद देकर नागदा कोर्ट परिसर में 28 अगस्त को शादी कर ली। उक्त रुपये मैंने अपने मकान की रजिस्ट्री गिरवी रखकर ब्याज पर लिये थे।
8 दिनों तक घर में सबकुछ अच्छा चल रहा था। शीतल भी बच्चों व मां के साथ घुलमिलकर रह रही थी। हरतालिका तीज की रात मां ने व्रत रखकर रातभर जागरण किया था। इस कारण अगले दिन वह सो रही थी। घर में सभी लोग सो रहे थे तभी शीतल टायलेट जाने के बहाने उठी और मां की पायजेब व अन्य आभूषण लेकर लापता हो गई। उसे उज्जैन सहित इंदौर, नागदा, उन्हेल में तलाश किया लेकिन कोई सुराग नहीं मिला तो चिमनगंज थाने पहुंचकर आवेदन दिया।