अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और जिला प्रशासन को महामंडलेश्वर एवं पीठाधीश्वर मौनतीर्थ पीठ स्वामी डॉ. सुमनानंद गिरिजी महाराज ने पत्र लिखकर आग्रह किया है कि सिंहस्थ क्षेत्र में साधु-संतों को विद्यालय, धर्मशाला और जनकल्याणकारी कार्यों के लिए निर्माण की अनुमति प्रदान की जाए। सीएम को लिखे पत्र में महामंडलेश्वर ने कहा है कि सिंहस्थ क्षेत्र में जिन साधु-संतों की अपनी भूमि है, उन्हें धर्मशाला, विद्यालय, वेद विद्यालय, भोजनशाला आदि निर्माण के लिए नगर निगम और संबंधित शासकीय अनुमतियां उपलब्ध कराई जाना चाहिए।
सिंहस्थ के समय आवश्यकता पडऩे पर इनका अधिग्रहण किया जा सकता है। इससे सरकार पर भी निर्माण, शौचालय, पाइपलाइन आदि पर अतिरिक्त व्यय नहीं करना पड़ेगा। साधु-संतों को भी सिंहस्थ के समय सुविधायुक्त भवन आदि उपलब्ध हो जाएंगे। इसके लिए सभी अखाड़ों के साधु-संतों, महंतों और प्रतिनिधियों का एक सम्मेलन आयोजित करने का सुझाव भी उन्होंने पत्र के माध्यम से दिया है। उन्होंने कहा है कि सिंहस्थ 2028 का आयोजन भाजपा सरकार के नेतृत्व में होना प्रसन्नता का विषय है और इस बार अभी से तैयारियां शुरू कर दी गई हैं।