बांछड़ा डेरे में जब तक मर नहीं गया तब तक वे बेरहमी से मारते रहे दुर्लभ के शार्गिद को

सिगरेट के 5 रुपए का विवाद में 6 लोगों ने हत्याकांड को अंजाम दिया

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लाश को बाइक से लेकर गए और कुएं में फेंक दी

अक्षरविश्व न्यूज:उज्जैन। चिमनगंज मंडी क्षेत्र के राजीव नगर में रहने वाले दुर्लभ कश्यप के शार्गिद लोकेश तंबोलिया की हत्या का खुलासा हो गया है। 10 रुपए की सिगरेट 15 रुपए देने के विवाद में हुई मारपीट में लोकेश अकेला फंस गया था। छह लोगों ने घेर लिया। वह तब तक मारते रहे, जब उसकी सांस चलती रही। मारने के बाद उसकी लाश को बाइक पर लाद कर कुएं में फेंक आए थे। आरोपी सोमवार तक पुलिस रिमांड पर हैं।

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रतलाम के परवलिया बांछड़ा डेरे में बुधवार को शव मिला था। तहकीकात के बाद रतलाम एसपी अमित कुमार ने आरोपियों को गिरफ्तार करते हुए चौकी प्रभारी कन्हैया अवश्या को सस्पेंड कर दिया। एसपी के अनुसार लोकेश तंबोलिया दुर्लभ गैंग को फॉलो करता था। उसके सभी साथी दुर्लभ गैंग को अपना आइडल मानते हैं।

1 नवंबर को उज्जैन से निकला था

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रतलाम जिले के परवलिया गांव से लापता लोकेश तंबोलिया का शव बुधवार दोपहर परवलिया के ही सरफराज के कुएं में मिला था। लोकेश अपने दोस्त आनंद उर्फ अभिषेक, सोमिक सुनहरे, रोहित कुमार, लखन, गोलू, गट्टू, कार्तिक और सौरभ के साथ उज्जैन से सांवरिया जाने के लिए 1 नवंबर को निकला था। उसी रात सभी बांछड़ा डेरे पर रुके थे।

यश समेत 6 आरोपी

वारदात में यश (20) पिता राजकुमार चौहान (बांछड़ा), पीयूष (22) मां सुमन चौहान, रिंकू (19) पिता बंशीलाल चौहान, अभिषेक (25) माता ममता चौहान, क्रिश उर्फ विराट (21) पिता रघुवन चौहान, रितिक (24) पिता राजकुमार चौहान निवासी बांछड़ा डेरा परवलिया शामिल हैं।

चौकी पुलिस ने ध्यान ही नहीं दिया

लोकेश का भाई सोमिक सुनहरे के साथ रतलाम जिले की ढोढर पुलिस चौकी पहुंचा। उसने यहां लोकेश की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई, लेकिन पुलिस ने ध्यान नहीं दिया। एसपी को घटनाक्रम के बारे में पता चला तो वह परवलिया पहुंचे। परवलिया निवासी यश, रिंकू, पीयूष समेत 6 लोगों के खिलाफ मारपीट का केस दर्ज लोकेश की तलाश शुरू की। लापरवाही बरतने वाले ढोढर पुलिस चौकी प्रभारी कन्हैया अवश्या को संस्पेंड कर दिया गया।

चाकू दिखाने का बदला हत्या से लिया

एसपी ने आरोपियों और लोकेश के दोस्तों के अलग अलग बयान लिए। उसी आधार पर पता चला। लोकेश अपने एक साथी के साथ परवलिया रोड पर स्थित यश चौहान की दुकान पर पहुंचा। उसनेे 10 रुपए की सिगरेट के 15 रुपए लिए। ज्यादा रुपए लेने पर आपत्ति जताते हुए लोकेश ने दुकानदार को चाकू दिखाया।

यश चुप रहा। बाद में लोकेश और उसके साथी ढाबे से खाना खाकर बाहर निकले। यश अपने साथियों के साथ खड़ा था। चाकू दिखाने की बात पर विवाद हुआ। इसके बाद यश चौहान ने अपने साथियों के साथ मिलकर लोकेश को पीटना शुरू कर दिया।एसपी के मुताबिक सभी दोस्त अपनी जान बचाकर इधर-उधर भाग गए। लोकेश आरोपियों के हाथ लग गया। उसे बुरी तरह मारा वह चीखता रहा, किसी ने उस पर रहम नहीं किया। जब देखा कि मर गया है तो शव को बाइक पर रखा और कुएं में फेंक दिया।

गुमराह करते रहे आरोपी

दुकानदार यश चौहान समेत सभी आरोपी वारदात को छुपाने की कोशिश कर रहे थे। पुलिस ने बांछड़ा डेरों में सर्चिंग की। सख्ती बरती तो आरोपियों ने पूरी बात बताई। उनकी बताई जगह पर पुलिस पहुंची तो लोकेश का शव कुएं में दिखा। खुलासे के बाद सभी को गिरफ्तार कर लिया गया है।

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