लोक शिक्षण संचालनालय ने जारी किए दिशा-निर्देश
अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन सरकारी स्कूलों व उनमें पदस्थ शिक्षकों का सत्यापन किया किया जाएगा। इसके तहत पदों की गणना सभी सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों के नामांकन के आधार पर स्कूलवार पद पोर्टल पर प्रदर्शित किए गए हैं। इन्हीं पदों के अनुसार शिक्षकों की पदस्थापना की जाएगी। शिक्षा पोर्टल से स्कूलवार संबंधित शिक्षक वार परीक्षण किया जाएगा।
कई सरकारी स्कूल एक शिक्षक के भरोसे संचालित हो रहे हैं, लेकिन अब विद्यार्थियों के अनुपात में शिक्षकों की पदस्थापना की जाएगी। अतिशेष होने पर दूसरे स्कूलों में शिक्षकों को पदस्थ किया जाएगा। वहीं प्रदेश के कई स्कूलों में पदस्थ शिक्षक विभागीय कार्यालयों में प्रतिनियुक्ति पर चले गए हैं। अब ऐसे शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति जिस विभाग में है, वहीं से उनको वेतन दिया जाएगा और स्कूलों में पद रिक्त मानते हुए नवीन पदस्थापना की जाएगी। जिससे की शिक्षण व्यवस्था प्रभावित नहीं हो।
प्रतिनियुक्ति के रिक्त पदों पर पदस्थापना
ऐसे शिक्षकों जो किसी अन्य संस्था में प्रतिनियुक्ति पर चले गए हैं। उनका पोर्टल पर तत्काल स्टाप पेमेंट परमानेंट किया जाए, ताकि उनकी रिक्ती पर पदस्थापना की जा सके। सभी शिक्षकों के आईडी पर उनकी ई-सेवा पुस्तिका प्रदर्शित होती है।किसी शिक्षक के विषय में संशोधन किए जाने की प्रक्रिया पूर्व अनुसार ही रहेगी। जिनका विषय संशोधन किया जाना है, उनकी नियुक्त / पदोन्नति आदेश जिसमें विषय उल्लेखित हो, संलग्न कर जिले का एकजाई प्रारूप डीपीआई को भेजा जाए। सभी कार्यवाही 17 जून तक पूरी करनी होगी। इसके बाद स्थानांतरण/ पदोन्नति / उच्च पद प्रभार के लिए पोर्टल पर दर्ज जानकारी ही सत्यापित मान्य होगी।
स्कूलवार पद पोर्टल पर प्रदर्शित
सभी सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों के नामांकन के आधार पर स्कूलवार पद पोर्टल पर प्रदर्शित किए गए हैं। इन्हीं पदों के अनुसार शिक्षकों की पदस्थापना की जाएगी।शिक्षा पोर्टल से स्कूलवार संबंधित शिक्षक वार परीक्षण किया जाएगा।जिन शिक्षकों के पदस्थापना या स्थानांतरण आदेश पोर्टल जनरेट हुए थे।जिन शिक्षकों ने उच्च पद पर ज्वाइन कर लिया है, उनका पदनाम / विषय / संस्था पोर्टल पर संभागीय संयुक्त संचालक द्वारा गुरुवार तक अपडेट कर दी गई है। राज्य स्तर से जारी आफलाइन आदेश के अनुक्रम में जिन शिक्षकों द्वारा ज्वाइन किया गया है। उनकी सूची आदेश पत्र सहित 15 जून तक संचालनालय को भेजे जाएंगे।
शिक्षकों का सत्यापन
इस संबंध में लोक शिक्षण संचालनालय (डीपीआई) आयुक्त ने दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं। प्रदेश भर में कई सरकारी स्कूल ऐसे हैं, जहां विद्यार्थियों की संख्या बहुत कम है, लेकिन शिक्षक ज्यादा संख्या में पदस्थ हैं। बड़े शहरों में ऐसे स्कूलों की संख्या ज्यादा है। इसे देखते हुए भी निर्देश दिए गए हैं कि प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों व उनमें पदस्थ शिक्षकों का सत्यापन किया जाएगा।
इनका कहना
प्रदेश भर में कई सरकारी स्कूल ऐसे हैं, जहां विद्यार्थियों की संख्या बहुत कम है, लेकिन शिक्षक ज्यादा संख्या में पदस्थ हैं। बड़े शहरों में ऐसे स्कूलों की संख्या ज्यादा है। इसे देखते हुए भी निर्देश दिए गए हैं कि प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों व उनमें पदस्थ शिक्षकों का सत्यापन किया किया जाएगा।
– शिल्पा गुप्ता,आयुक्त लोक शिक्षण संचालनालय (डीपीआई)