साइलेंट अटैक से बिजली वितरण कंपनी के युवा कर्मचारी की मौत

रात में परिजनों संग खाना खाया, टीवी देखी और रूम में सोने चला गया, सुबह मां जगाने पहुंची तो मृत मिला
अक्षरविश्व न्यूज|उज्जैन। बिजली वितरण कंपनी के युवा कर्मचारी की बीती रात नींद में ही साइलेंट अटैक से मृत्यु हो गई। सुबह मां जगाने पहुंचीं तो बेटा नींद से नहीं जागा। अस्पताल लेकर पहुंचे तो डॉक्टर ने हार्ट अटैक की आशंका जाहिर करते हुए शव को पीएम रूम में रखवा दिया। अब चिमनगंज थाना पुलिस युवक के शव का पीएम कराएगी।
कानीपुरा रोड स्थित तिरूपति सॉलिटर में रहने वाला 33 वर्षीय सुमित आर्य पिता राकेश आर्य एमपीईबी में वायरमेन के पद पर पदस्थ था। उसके चाचा सुधीर आर्य ने बताया कि सुमित रोजाना की तरह ड्यूटी से घर लौटा। रात में परिवार के साथ भोजन करने के बाद टीवी देखी फिर अपने रूम में सोने चला गया। सुबह करीब 7 बजे मां प्रेमा आर्य उसे जगाने पहुंची, लेकिन वह नींद से नहीं जागा। काफी देर तक सुमित होश में नहीं आया तो प्रेमा आर्य और उनके छोटे बेटे ने आसपास के लोगों को बुलाया और सुमित को चरक अस्पताल लेकर पहुंचे। यहां डॉक्टर ने चेकअप के बाद सुमित को मृत घोषित कर दिया साथ ही परिजन को साइलेंट अटैक की संभावना जताकर शव पीएम रूम में रखवा दिया।
पिता की पूर्व में हो चुकी मौत
सुधीर आर्य ने बताया कि सुमित के पिता राकेश आर्य भी एमपीईबी में पदस्थ थे। उनकी पूर्व में मृत्यु हो चुकी है। उसकी करीब 5 वर्ष पहले शादी हुई थी। फिलहाल पत्नी अलग रह रही है। घर में उसकी मां व एक छोटा भाई है और वह इकलौता कमाने वाला था।
कोरोना के बाद ट्रेंड बदला युवाओं को स्वास्थ्य का ध्यान रखना जरूरी : डॉ. सोनानिया
कोरोना महामारी के बाद से हार्ट अटैक का ट्रेंड बदलता नजर आया है। इससे पूर्व जहां व्यक्ति विशेष को हार्टअटैक की शिकायत सामने आती थीं वहीं अब कम उम्र के युवाओं को इसने अपनी चपेट में लेना शुरू कर दिया है। ऐसे में युवाओं को स्वास्थ्य का ध्यान रखना अत्यधिक जरूरी हो गया है। शासकीय माधव नगर अस्पताल के डॉ. एच.पी. सोनानिया एमडी मेडिसीन ने अक्षर विश्व को बताया कि युवाओं को निम्न बातों का ध्यान रखना चाहिए-
1. लाइफ स्टाइल में बदलाव करें।
2. बाजार के रेडीमेड फूड्स से बचें। खानपान का ध्यान रखें।
3. पर्याप्त नींद लें। ओवर टाइम से बचें।
4. फल, सब्जियों का नियमित सेवन करें।
5. दिनचर्या में योग, व्यायाम, कसरत के लिए समय निकालें।
6. 25 की उम्र के बाद साल में एक बार फुल बॉडी चेकअप अवश्य कराएं।
7. शरीर में कमजोरी, सांस फूलना, थकान, बदन दर्द जैसी समस्या को हल्के में न लें।