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उज्जैन को क्लीन, ग्रीन, सोलर सिटी बनाने की तैयारी

सोलर एनर्जी से रोशन होगा शहर….

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शैलेष व्यासउज्जैन। शहर में कार्बन उत्सर्जन नियंत्रित करके क्लीन,ग्रीन सिटी के साथ ही सोलर सिटी बनाने की तैयारी की जा रही है। उज्जैन को सोलर सिटी बनाने और कार्बन उत्सर्जन कम करने के लिए शीघ्र ही वातावरण निर्माण करने के लिए नागरिकों को अपने आवास की छतों सहित अन्य स्कूल, कॉलेज और शासकीय ऑफिसों में सोलर पैनल लगवाने का जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। इसकी शुरुआत कब होगी यह स्पष्ट नहीं है, लेकिन इसके लिए विद्युत अधिकारियों को संबंधितों से संपर्क में रहने को कहा गया है, ताकि इस दिशा में कार्ययोजना पर अमल में आसानी हो।

 

उज्जैन शहर में योजनाबद्ध तरीके से सोलर एनर्जी प्लांट और उपयोग को निर्धारित कर क्रमबद्ध ढंग से जन सहयोग से लक्ष्य प्राप्त किया जाएगा। शहर को सोलर सिटी बनाने और कार्बन उत्सर्जन कम करने के लिए शीघ्र ही वातावरण निर्माण करने के लिए जागरूकता अभियान चलाकर नागरिकों को आवास की छतों सहित अन्य स्कूल, कॉलेज और शासकीय ऑफिसों में सोलर पैनल लगवाने प्रेरित जाएगा। सोलर एनर्जी के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए अधिक से अधिक सोलर पैनल लगाने के प्रयास किए जाएंगे।

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प्रोजेक्ट और सबसिडी के बारे में बताया जाएगा

अधिकारिक सूत्रों के अनुसार अभियान शासन के विशेषत: ऊर्जा विकास निगम के प्रावधानों, एक से 3 किलोवॉट के घरेलू सोलर पैनल के प्रोजेक्ट,अनुदान और सबसिडी आदि की जानकारी दी जाएगी। रहवासी संघों के बीच विशेष अभियान चलाकर प्रतिस्पर्धा को जागृत किया जाएगा। अधिक से अधिक लोगों को सौर ऊर्जा से जोड़ा जाएगा। बिजली कंपनी एक दिन में सोलर सिटी के लिए नेट मीटर लगा देगी। बिजली कंपनी की टीम नगर निगम की टीम के साथ मिलकर जागरूकता अभियान चलाएगी, वार्डों में प्रजेंटेशन भी दिया जाएगा।

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5 साल में यूनिट की लागत वसूल होगी

जानकारों के अनुसार सोलर यूनिट लगाने की लागत पांच साल में वसूल हो जाती है और अगले बीस साल तक मुफ्त बिजली मिल जाती है। कार्बन उत्सर्जन कम करने के लिए लोगों को सौर ऊर्जा अपनानी चाहिए।

इनका कहना

शासन की उज्जैन-इंदौर को सोलर सिटी बनाने की योजना प्रस्तावित है। उज्जैन और इंदौर में सोलर सिटी के लिए विद्युत कंपनी के मुख्य अभियंता, अधीक्षण अभियंता, कार्यपालन अभियंता को उपभोक्ताओं,व्यापारियों, उद्योग संघ, शासकीय अधिकारियों आदि से संपर्क में रहने के निर्देश दिए गए हंै ताकि सोलर सिटी की दिशा में कार्ययोजना पर अमल में आसानी रहे। – अमित तोमर, प्रबंध निदेशक मप्र पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी

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