उज्जैन:अब देशमुख अस्पताल के स्टाफ से पुलिस करेगी पूछताछ

मामला : रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी में तीन कर्मचारियों के पकड़ाने का…

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उज्जैन।पिछले दिनों पुलिस द्वारा देशमुख अस्पताल के 3 कर्मचारियों सहित अन्य को रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करते रंगे हाथों पकड़ा था। पुलिस ने उक्त कर्मचारियों पर रासुका सहित अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज कर जेल भेज दिया। अब पुलिस देशमुख अस्पताल स्टाफ से मामले में पूछताछ करने जा रही है।

यह था मामला
सायबर सेल और चिमनगंज मंडी पुलिस द्वारा कोरोना मरीजों के उपचार में अति आवश्यक रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने वालों की धरपकड़ का अभियान शुरू किया था जिसके अंतर्गत आगर रोड़ स्थित शिवांश सिटी में रहने वाले युवकों से ग्राहक बनकर इंजेक्शन खरीदने पुलिस जवान पहुंचा और उसे रंगे हाथों पकड़कर पूरे रैकेट का पर्दाफाश किया था। इस मामले में पुलिस ने देशमुख अस्पताल के कर्मचारी सरफराज, राजेश और कुलदीप को गिरफ्तार कर इनके पास से कुल 5 इंजेक्शन बरामद किये थे जिनमें 3 रेमडेसिविर थे और 2 अन्य इंजेक्शन थे। इनके दो अन्य साथियों को भी पुलिस ने पकड़ा था। सभी आरोपियों के खिलाफ रासुका सहित अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज कर जेल भेज दिया गया।

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किस अवधि में चुराये इंजेक्शन
मामले की जांच कर रहे चिमनगंज थाने के एसआई रविन्द्र कटारे ने बताया कि देशमुख अस्पताल के कर्मचारी इंजेक्शन की कालाबाजारी में पकड़ाये थे। उन्होंने कबूला था कि अस्पताल में भर्ती मरीजों के परिजनों द्वारा उपलब्ध कराये जाने वाले इंजेक्शन चोरी करते थे। एसआई कटारे के अनुसार किस अवधि में उक्त कर्मचारियों ने किन मरीजों के इंजेक्शन चोरी किये इसकी पूछताछ अस्पताल स्टाफ से की जायेगी।

सीसीटीवी फुटेज से खुलेंगे राज
बताया जाता है कि देशमुख अस्पताल और वार्डों में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। रेमडेसिविर इंजेक्शन वार्ड से चोरी किये थे ऐसा आरोपियों ने कबूला था अब पुलिस द्वारा उक्त कैमरों की रिकार्डिंग भी चैक करेगी जिससे कर्मचारियों द्वारा की गई इंजेक्शन चोरी के सबूत सामने आएंगे।

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