केडी गेट रोड से एमआईसी की दूरी, गोपाल मंदिर योजना को मिलेगी हरी झंडी!
अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन:महापौर परिषद आखिरकार आज दोपहर बुलाई गई है। इसमें 18 प्रस्ताव पेश किए गए हैं। खास बात यह कि पहली बार इस बैठक में ऐसा होगा, जब एमआईसी में सुदामा मार्केट की दुकानों के ठहराव पर दोबारा फैसला होगा। एमआईसी में गोपाल मंदिर के सामने रीगल टॉकिज की जगह नई योजना पर मंथन होगा, लेकिन केडी गेट रोड के मुद्दे को एजेंडे में शामिल नहीं किया गया है।
नए साल की पहली एमआईसी आज दोपहर महापौर मुकेश टटवाल की उपस्थिति में हो रही है। इसमें सबसे ज्यादा चौंकाने वाला मुद्दा सुदामा मार्केट की दो दुकानों का है। दुकान नंबर 6 और 32 का प्रस्ताव पिछले साल 2023 में 15 सितंबर की हुई बैठक में लाया गया था। दोनों दुकानों के मामले में नगर निगम कमिश्नर पर निर्णय छोड़ा गया था। फैसला पारित हो चुका है, लेकिन दोबारा इसे एमआईसी में लाया गया है। निगम अधिकारियों का कहना है कि अमूमन एमआईसी में एक बार कोई प्रस्ताव पारित होकर ठहराव हो जाता है तो दोबारा नहीं लाया जाता लेकिन पहली बार दो दुकानों का प्रस्ताव एमआईसी में रखा गया है।
6 करोड़ का डोम, दोबारा बुलाएंगे टेंडर!
आगर रोड पर चरक हॉस्पिटल के सामने सामाजिक न्याय परिसर में 6 करोड़ की लागत से डोम बनाने का प्रस्ताव है। इस प्रस्ताव पर एमआईसी में दोबारा टेंडर बुलाए जा सकते हैं, क्योंकि निगम में एक ही टेंडर आया। पूर्व विधायक पारस जैन ने डोम बनाने के लिए राशि स्वीकृत की थी। अभी इसका ठेका दिया जाना है। सूत्रों के अनुसार एक ही टेंडर आने के कारण दोबारा टेंडर बुलाने का प्रस्ताव पारित हो सकता है।
सीएम की घोषणा के अनुसार बनेगी गोपाल मंदिर की नई योजना
गोपाल मंदिर के सामने रीगल टॉकिज की जमीन पर शॉपिंग कॉम्प्लेक्स की जगह पार्किंग योजना पर एमआईसी में नए सिरे से मंथन होगा। सीएम डॉ. मोहन यादव की घोषणा के अनुसार इसकी नई योजना बनाने पर सहमति होने के आसार हैं।
केडी गेट रोड का काम अधर में पड़ा
केडी गेट से इमली तिराहा तक रोड चौड़ीकरण का मामला एमआईसी में नहीं रखा गया है। रोड के धार्मिक स्थल शिफ्ट करने पर अब तक कोई निर्णय नहीं हो सका है। सेंट्रल लाइट लगाकर डिवाइडर लगाना है या नहीं, इस पर भी पसोपेश की स्थिति बनी हुई है। केडी गेट चौराहे पर पीएचई की लाइन फूटने से लोग परेशान हैं।
दो दुकानों की यह है कहानी, हो सकती बहस
सुदामा मार्केट की दो दुकानों को लेकर निगम प्रशासन और एमआईसी में तकनीकी मशक्कत हो रही है। दोनों दुकानों का पैसा समय पर जमा न कराने के कारण राजसात करने की प्रक्रिया का निर्णय हो चुका है। निगम प्रशासन इनको दोबारा आवेदक खंडेलवाल को आवंटित करने पर जोर लगा रहा है। इस कारण एमआईसी ने निगम कमिश्नर पर मामला छोड़ा था। अब दोबारा एमआईसी में प्रस्ताव रखे जाने से आज की एमआईसी में इसको लेकर बहस होने की संभावना है।
इन प्रस्तावों पर फैसला
सिंधी कॉलोनी चौराहे से हरिफाटक ब्रिज तक सेंट्रल लाइटिंग और डिवाइडर।
तरणताल स्थित फूडजोन का नवीनीकरण।
देवास रोड स्थित पाश्र्वनाथ सिटी कॉलोनी में विद्युत सब स्टेशन लगाने का प्रस्ताव।
आउटसोर्स एजेंसी से सफाई कार्य के लिए एजेंसी का चयन।
दूध तलाई पर पटवारी प्रशिक्षण शाला की जमीन पर शॉपिंग कॉम्प्लेक्स का प्रस्ताव।