तराना में भाजपा के घोषित प्रत्याशी तारांचद गोयल का विरोध
कार्यकताओं ने गुजरात के विधायक से कहा-10 हजार से हारेंगे…
अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन:तराना विधानसभा क्षेत्र भाजपा द्वारा घोषित उम्मीदवार का विरोध सामने आया है। कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रीय संगठन द्वारा नियुक्त गुजरात के विधायक के सामने ताराचंद गोयल को टिकट देने पर आपत्ति लेते हुए कहा है कि पार्टी ने टिकट नहीं बदला तो 10 हजार से हारेंगे।
मध्यप्रदेश में भाजपा ने हारी हुई जिन 39 सीटों पर प्रत्याशी घोषित किए हैं, उनमें से कई सीटों पर प्रत्याशी के खिलाफ कार्यकर्ताओं का गुस्सा फूट पड़ा। असंतुष्टों ने चुनाव में सीट गंवाने तक की बात कह रहे हैं। भाजपा के केंद्रीय संगठन ने हर विधानसभा में पार्टी की स्थिति को परखने के साथ सर्वे,पार्टी के पक्ष में वातावरण निर्मित करने के लिए चार राज्यों के भाजापा विधायकों को तैनात किए है।
गुजरात के 7 विधायक जिले की सातों विधानसभा में उतर चुके है। इन विधायकों काम प्रारंभ कर दिया है। इस बीच भाजपा प्रत्याशी ताराचंद गोयल का विरोध सामने आया है। भाजपा ने विधानसभा चुनाव के लिए प्रत्यशियों की पहली लिस्ट जारी की है। इसमें मालवा क्षेत्र के दो सीटें जिसमे घट्टिया और तराना शामिल है। तराना जिले में भाजपा प्रत्याशी ताराचंद गोयल को टिकट मिलने से नाराज कार्यकर्ताओं के बगावती सुर गुजरात से आये विधायकों को सुनने को मिले।
अब कार्यकर्ताओं ने खुलकर मोर्चा खोल दिया
गुजरात से तराना पहुंचे विधायक कल्पेश भाई परमार फीडबैक के लेने के साथ ही अन्य दावेदारों से संवाद करने पहुंचे। इसके अलावा पार्टी के पदाधिकारियों विधानसभा क्षेत्र मे आने वाले मंडलों के अध्यक्षों से भी बात की। इस दौरान बूथ अध्यक्ष और दावेदारों ने भाजपा के पहली लिस्ट में शामिल नाम ताराचंद गोयल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि जिसे प्रत्याशी बनाया है, वो बीते 15 साल से घर बैठा था। एकाएक उन्हें प्रत्याशी घोषित कर दिया। पिछली बार भाजपा 3 हजार वोट से हारी थी, इस बार 10 हजार वोट से हारेगी। कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि ताराचंद गोयल को टिकट दिया, लेकिन सब नया चेहरा लाना चाहते थे। नया चेहरा लाना था जैसे मदन लाला चौहान, शक्ति सिंह परिहार, लक्ष्मी नारायण मालवीय किसी को भी देना था सभी सक्रिय नेता थे, लेकिन उन्हें टिकट नहीं नहीं दिया गया।
पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष प्रमुख दावेदार थे
पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष रहे मदन लाल चौहान को इस बार तराना विधानसभा सीट का प्रमुख दावेदार माना जा रहा था। उन्होंने बताया कि विरोध इस बात का था कि भारतीय जनता पार्टी में जो लोग काम कर रहे है उन्हें पद नहीं मिल रहा है, 15 वर्ष से घर बैठे कार्यकर्ता को टिकट दे दिया गया इसका विरोध था हमने अपनी बात रखी है।
सर्वे करवाकर टिकट देना था
गोयल का विरोध करने वालों का कहना था कि टिकट का हमसे पूछा तक नहीं। सर्वे करवाकर टिकट देना था। आज भी सर्वे करवा लो, चार पांच नाम सबसे ज्यादा सामने आएंगे। नए आए लोगों को युवा मोर्चा में जिला उपाध्यक्ष सहित कुछ अन्य लोगों को दूसरे पद दे दिए गए।
युवा मोर्चा में कांग्रेस से आए लोगों को पदाधिकारी बना दिया है। बूथ अध्यक्ष को पूछते भी नहीं हैं। उनको सिर्फ वोटिंग के समय बुलाते हैं। कार्यकर्ता को पद नहीं मिल रहा। जिनके पिता कांग्रेस का काम कर रहे हैं, उनको पद दिया जा रहा है। टिकट वितरण में मंडल अध्यक्ष से पूछा नहीं है।