नगर निगम परिषद सम्मेलन में प्रस्ताव पर होगा फैसला
विधानसभा चुनाव से पहले दो खेमे, एक प्रस्ताव रोकने पर लगा रहा ताकत, दूसरा पारित करने पर
अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन:नगर निगम परिषद के 6 सितंबर को होने वाले सम्मेलन में कई मुद्दों को लेकर हंगामा होने के आसार हैं। पार्षदों की मथुरा, वृंदावन यात्रा को लेकर भी कांग्रेस ने भाजपा बोर्ड को घेरने की तैयारी की है। परशुराम चौराहे को लेकर होने वाले फैसले पर भी निगाहें हैं।
शांति पैलेस चौराहे का नाम भगवान श्री परशुराम के नाम पर करने का प्रस्ताव निगम सम्मेलन में पेश किया जा सकता है।दरअसल, पार्षद रामेश्वर दुबे ने इंदौर रोड के चौराहे का नाम पर भगवान परशुराम के नाम पर करने का प्रस्ताव रखा है। चर्चा है कि वे खुद उज्जैन उत्तर से इस बार विधानसभा चुनाव के लिए दावेदारी कर रहे हैं। ऐसे में भाजपा के ही कुछ नेताओं ने पार्टी फोरम में इसका विरोध कर दिया है।
दावा किया गया है कि पहले शांति पैलेस चौराहे का नाम सिखों के धर्मगुरु गुरुनानक के नाम पर रखने का प्रस्ताव निगम सम्मेलन में लाया जा चुका है। भाजपा के पूर्व नगर अध्यक्ष इकबालसिंह गांधी ने यह बात रखी है। इसे उज्जैन उत्तर और दक्षिण की विधानसभा चुनाव की राजनीति से जोड़कर देखा जा रहा है। परशुराम चौराहे का श्रेय किसी को न मिले, इसके लिए पार्टी में उठापटक चल रही है।
नया रास्ता यह भी निकाला जा रहा है कि गुरुनानक चौराहे का नामकरण होटल विक्रमादित्य तक का रखा जाएगा। इसके पहले बडऩगर रोड को जोडऩे वाले चौराहे का नाम श्री परशुराम चौराहा करने का प्रस्ताव है। इससे संबंधित पुराने दस्तावेज भी निगम प्रशासन ने रिकॉर्ड से खंगाले हैं। भाजपा का एक खेमा इस प्रस्ताव को अभी रुकवाने की कोशिश में जुटा हुआ है। इस कारण प्रस्ताव पर सम्मेलन में निगाहें रहेंगी।