पुलिसकर्मी ने पूछा- क्यों चढ़ा है टंकी पर? युवक बोला- बीड़ी ढूंढने आया हूं
अक्षरविश्व न्यूज . उज्जैन:केंद्रीय भैरवगढ़ जेल के बाहर करीब 80 फीट ऊंची पानी की टंकी पर सागर का एक युवक चढ़ गया। सुबह हुई इस घटना से जेल प्रशासन और पुलिस में हड़कंप मच गया। संयोग से आरक्षक रविंद्र सिकरवार ने उसे देख लिया और पूछा तो कहा बीड़ी ढूंढने आया हूं। बाद में उसे नीचे उतारकर पुलिस के हवाले किया गया। तब सभी ने राहत की सांस ली।
घटना सुबह करीब साढ़े छह बजे की है। जेल के बाहर पानी की टंकी पर निगम कर्मचारी के ड्रेस पहने एक युवक चढ़ गया। संयोग से भैरवगढ़ पुलिस थाने के आरक्षक रविन्द्र सिकरवार कालभैरव मंदिर तक सैर के लिए निकले तो उन्होंने उसे देख लिया और तुरंत थाने में सूचना दी। इससे हड़कंप मच गया। थाने से कहा गया कि उसको किसी तरह रोककर रखे, तब तक गाड़ी लेकर उधर आ रहे।
सिकरवार ने सूझ बूझ से काम लेकर उसे उतारा और पुलिस के हवाले किया। पूछताछ में उसने बताया वह सागर का रहने वाला है। उसने अपना नाम कभी मेहरबान तो कभी कुछ बताया। इस पर आरक्षक और पुलिसकर्मियों को यकीन हो गया कि वह मानसिक रूप से संतुलित नहीं है। सागर में उसके पिता से संपर्क किया तो उन्होंने भी इस बात की पुष्टि की। 2020 में दुर्लभ हत्याकांड के आरोपी सिराजुद्दीन ने टॉवर की छत से कूदकर आत्महत्या कर ली थी। इस कारण भी जेल प्रशासन सकते में आ गया था।
आरक्षक ने लिया सूझबूझ से काम
आरक्षक सिकरवार ने बहुत सावधानी और सूझबूझ से काम किया। ऊपर चढ़कर पूछा कि यहां क्यों आए हो, तो जवाब दिया कूदने आया हूं। तुम भी ऊपर आ जाओ, दोनों कूद जाएंगे। यह सुन सिकरवार के पहले होश उड़ गए, लेकिन फिर पूछा क्यों कूदना है तो कहा मेरी बीड़ी गिर गई है।
सिकरवार ने कहा अपन दोनों मिलकर ढूंढ लेते हैं। तुम तो बड़े अच्छे व्यक्ति हो। युवक ने कहा बीड़ी नहीं मिली तो तुम पिलाओगे। आरक्षक ने कहा क्यों नहीं, अगर नहीं मिली तो दूसरी खरीदकर पिला दूंगा। इस पर युवक बातों में आ गया और नीचे उतर आया। युवक टंकी के बाहर गेट पर लगे ताले को तोड़कर ऊपर चढ़ा। ताला तोडऩे की आवाज से ही आरक्षक सिकरवार को संदेह हुआ और टंकी के पास पहुंचे लेकिन तब तक वह ऊपर चढ़ चुका था। थाने में उसने यह भी कहा कि वह टंकी पर घर बनाना चाहता है।
माणक चौक में पानी की सप्लाई गड़बड़ाई
इस घटना से भैरवगढ़ क्षेत्र के माणक चौक में पानी की सप्लाई गड़बड़ा गई। दरअसल, क्षेत्र में सुबह 6 से 7 बजे तक पानी सप्लाई किया जाता है। इस घटना के कारण कर्मचारी टंकी का वाल्व खोलने पहुंचा, लेकिन खोल नहीं सका। इस कारण चौक में सुबह सात बजे बाद युवक को थाने भेजने के बाद वाल्व खोले जा सके।
…लेकिन खुल गई यह पोल
इस घटना के साथ जेल की सुरक्षा को लेकर बड़ी पोल भी सामने आ गई। पीएचई की यह टंकी जेल के बहुत करीब है और इस पर चढ़कर देखने से जेल का नजारा साफ दिखाई देता है। टंकी पर चढऩे से रोकने के लिए तार लगे हुए हैं और ताला भी लगा रहता है। लेकिन जेल के नजदीक इतनी ऊंची टंकी खतरनाक है।
युवक मानसिक रूप से संतुलित है, जो टंकी पर चढ़ गया था। उसे समझाकर नीचे उतार लिया और थाने भेज दिया। उसके पास पिता का मोबाइल नंबर भी था। पिता ने भी कहा है कि वह युवक मानसिक रूप से कमजोर है।
रविंद्र सिकरवार, आरक्षक भैरवगढ़ पुलिस थाना