उज्जैन:शहरी विकास मंत्रालय के केंद्रीय सचिव दयाशंकर का महाकाल दौरा

By AV NEWS

विस्तार योजना से धर्म के विशेषज्ञों को जोड़ें ताकि यहां आने वालों को भव्यता-दिव्यता का अहसास हो

अमिताभ बच्च्न जैसे बढ़े नामों के स्थान पर ऐसे व्यक्ति की आवाज में महाकाल का वर्णन कराएं जिससे सुनने वाले को अध्यात्मिकता को बोध हो

उज्जैन।महाकाल विस्तार योजना में महाकाल, विक्रमादित्य, भर्तृहरि, सांदीपनि जैसे देवतुल्य गुरुओं की कहानी और उनसे जुड़े आध्यात्मिक प्रसंगों को शामिल किया जाना चाहिए। ताकि यहां आने वाले प्रत्येक श्रद्धालुओं को धर्म और अध्यात्म का अहसास हो।

यहां के स्कूलों में पढऩे वाले महाकाल की दिव्यता का अनुभव कर सकें। उक्त सुझाव शहरी विकास मंत्रालय के केंद्रीय सचिव दयाशंकर मिश्रा ने महाकाल विस्तार योजना का इंटरप्रिटेशन सेंटर और त्रिवेणी संग्रहालय का अवलोकन करने के बाद कही। उन्होंने कहा कि महाकाल वन प्रोजेक्ट, रुद्र सागर, महाराजवाडा, हरिफाटक ओवर ब्रिज, बेगमबाग क्षेत्र में विकसित होने वाले नए प्रोजेक्ट के संबंध में सुझाव दिए। उन्हें कमिश्नर संदीय यादव, कलेक्टर आशीष सिंह, नगर निगम आयुक्त क्षितिज सिंघल आदि ने महाकाल विस्तार योजना की जानकारी दी।

पुडुचेरी के नवग्रह मंदिर से इसे बेहतर बनाए
सचिव मिश्रा को निगमायुक्त सिंघल नवग्रह वाटिका प्रोजेक्ट की जानकारी दे रहे थे, उसी दौरान सचिव मिश्रा ने सुझाव दिया कि तमिलनाडु में पुडुचेरी के पास देश का सबसे आधुनिक और धर्म, अध्यात्म से जुड़ा मंदिर बनाया गया है। उसका अवलोकन करने के बाद यहां नवग्रह मंदिर बनाया जाएं ताकि वह देशभर में बेंचमार्क बन सके। उन्होंने कहा कि हमें देश के तमाम ऐसे धार्मिक स्थलों से प्रेरणा लेकर यहां सर्वश्रेष्ठ कार्य करना चाहिए ताकि श्रद्धालुओं को आधुनिकता के साथ ही धार्मिकता का अहसास हो सके।

उत्सुकता जगाने वाले प्लांट लगाएं
सचिव मिश्रा ने कहा महाकाल विस्तार योजना मेें जहां प्लांट लगाए जा रहे है वहां ऐसे प्लांट लगाए जाना चाहिए जिससे लोगों में उसके बारे में जानने की उत्सुकता जगे कि उसका महत्व क्या, यहां क्यों लगाया गया है। इसके लिए यूनिवर्सिटी के विशेषज्ञों की सहायता ली जा सकती हैं।

रुद्रसागर को अहमदाबाद की तर्ज पर विकसित करें
कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि रुद्रसागर में एक पुल बनाया जा रहा है। पास में सिंहासन बत्तीसी है। इस पर सचिव मिश्रा ने सुझाव दिया कि अहमदाबाद के कांकरिया में द्वीप को विकसित किया है। उससे भी बेहतर रुद्रसागर पर द्वीप बनाएं। उन्होंने कहा धर्म और अध्यात्म से जुड़े विशेषज्ञों, क्रिएटिव व्यक्ति को जोड़ा जाना चाहिए। क्योंकि वे इनके विषय में जानते हैं और समझा सकते हैं।

निर्माणाधीन पंचमुखी शिव की खुद की रिकॉर्डिंग


अफसरों के दल के साथ महाकाल वन प्रोजेक्ट का निरीक्षण करने के दौरान सचिव मिश्रा ने निर्माणाधीन पंचमुखी शिव की प्रतिमा का निर्माण कर रहे कलाकारों से न सिर्फ जानकारी ली, बल्कि खुद ही उनसे काम करके दिखाने का आग्रह किया और फिर उनकी रिकॉर्डिंग की। मिश्रा ने कलाकार आशीष से पूरा परिचय पूछा। उनसे उड़ीसा बताया तो उन्होंने पूछा उड़ीसा में कहां से आए हो। तब आशीष ने बताया कि वह क्योंझर क्षेत्र का रहने वाला है। वह साढ़े छह फिट के पंचमुखी शिव का निर्माण कर रहा है, उसका वजह 13 टन है, पत्थर राजस्थान से आया है। दो महीने में बनकर तैयार होगा।

बनने वाले नए स्कूलों को महाकाल से जोड़ें
निगमायुक्त सिंघल ने बताया 16 स्कूलों को हटाकर एक -दो स्थान पर शिफ्ट किया जा रहा है। सचिव मिश्रा ने सुझाव दिया कि इन स्कूलों को महाकाल और अन्य मंदिर से जुड़े प्रसंगों से जोड़ा जाना चाहिए। ताकि यहां पढऩे वालों को अहसास हो कि वे महाकाल की नगरी और गुरु सांदीपनी ने जहां कृष्ण को शिक्षा दी, वहां पढ़ाई कर रहे हैं।

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