2 साल बाद उज्जैन को मिला अपना ‘डीपीसी’

2 साल बाद उज्जैन को मिला अपना ‘डीपीसी’

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विभाग ने जारी किया आदेश, शिवपुरी के त्रिपाठी संभालेंगे कमान

अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन:आखिरकार जिला शिक्षा केंद्र को शिक्षा विभाग के उस आदेश से बड़ी राहत मिल गई, जिसमें आखिरकार शिवपुरी के प्राचार्य को डीपीसी के रूप में पदस्थ कर दिया गया है। यह पद लंबे समय से खाली पड़ा था। इस कारण जिला प्रशासन के दो अधिकारियों को यह जिम्मा सौंपा गया था। इससे केंद्र के अफसरों और कर्मचारियों के सामने मुसीबतें खड़ी हो गई थीं।

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भगवान श्री कृष्ण की विद्यास्थली में जिला मुख्यालय पर डीपीसी का पद पिछले करीब दो साल से खाली पड़ा था। काफी समय तक जिला शिक्षा अधिकारी आनंद शर्मा को इसे भी संभालना पड़ा। कुछ समय पहले प्रशासनिक अधिकारी को भी डीपीसी बनाया गया।

पहले अपर कलेक्टर एकता जायसवाल को डीपीसी का चार्ज दिया गया फिर सत्यनारायण सोनी को डीपीसी बनाया गया। सोमवार को शिक्षक दिवस पर स्कूल शिक्षा विभाग के उप सचिव आरएल मंडलोई का 31 अगस्त को जारी आदेश विभाग को मिल गया, जिसमें शिवपुरी के डीपीसी (प्राचार्य उमावि शिवपुरी) अशोक त्रिपाठी को उज्जैन डीपीसी पदस्थ किया गया है। जल्द ही वे विधिवत चार्ज लेकर काम शुरू करेंगे।

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इसलिए मिली राहत…

डीपीसी का काम उप जिला निर्वाचन अधिकारी सत्यनारायण सोनी को अतिरिक्त प्रभार के रूप में सौंपा गया था, लेकिन उनके पास विधानसभा चुनाव की तैयारी का भार अधिक होने से वे कलेक्टोरेट से ही डीपीसी का काम भी देख रहे थे। इस कारण केंद्र के अफसरों और कर्मचारियों को दशहरा मैदान से प्रशासनिक संकुल तक दौड़ भाग करनी पड़ रही थी। अब विभाग के ही डीपीसी के आने से यह मुसीबत दूर होगी और केंद्र के काम ठीक से हो सकेंगे।

अक्षरविश्व ने उठाया था मुद्दा

इस समस्या को अक्षरविश्व ने 25 अगस्त के अंक में ” उज्जैन में विचित्र स्थिति…उधार का दफ्तर और साइकिलों का भार” शीर्षक खबर में राजस्व विभाग के डीपीसी, बढ़ी परेशानी, शीर्षक से प्रकाशित कर जिला शिक्षा केंद्र में खाली पद की ओर सरकार का ध्यान आकर्षित किया था।

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