मेडिकल डिवाइस पार्क में बनेंगी कैंसर डिटेक्शन किट्स

साउथ कोरिया की ई-फाइबर कंपनी ने किया 209 करोड़ का निवेश, हर माह 50 लाख आईवीडी के प्रोडक्शन का लक्ष्य

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अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। शहर में बन रहे मेडिकल डिवाइस पार्क में कैंसर डायग्नोसिस की सस्ती किट बनेंगी। इसके लिए साउथ कोरिया के ई-फाइबर ग्रुप को मेडिकल डिवाइस पार्क में जमीन आवंटित की गई है जिसमें कंपनी २०९ करोड़ रुपए का निवेश कर अत्याधुनिक यूनिट लगाएगी। यह प्रोजेक्ट ना केवल चिकित्सा उपकरण निर्माण के क्षेत्र में नया केंद्र बनेगा बल्कि औद्योगिक हब के रूप में उज्जैन को स्थापित करने के विजन को भी मजबूती देगी।

दरअसल, साउथ कोरिया के ई-फाइबर ग्रुप की यह परियोजना कैंसर के शुरुआती रोकथाम के लिए नवाचार पर केंद्रित है। कंपनी अपनी यूनिट में कैंसर का पता लगाने वाली डायग्नोस्टिक किट्स और उससे संबंधित उत्पादों के डिजाइन, निर्माण, आपूर्ति और सेवाओं पर काम करेगी। खास बात यह है कि यह किट्स यूरिन के नमूने से शुरुआती स्टेज में ही कैंसर का पता लगाने लेगी। इन उत्पादों में नैनो फाइबर और सेल्यूलोज-आधारित बायो पॉलिमर का इस्तेमाल किया जाएगा जो कैंसर की रोकथाम में प्रभावी है। प्रोजेक्ट में प्रतिमाह 50 लाख इन-विट्रो डायग्नोस्टिक (आईवीडी) किट्स और 1 करोड़ संबंधित उत्पाद बनेंगे।

औद्योगिक हब के रूप में उभर रहा हमारा शहर

भ गवान महाकाल की नगरी पहले अपनी धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान के लिए जानी जाती थी लेकिन अब तेजी से औद्योगिक विकास के क्षेत्र में भी जगह बना रही है। विक्रम उद्योगपुरी में 1133 एकड़ में फैला औद्योगिक पार्क और 360 एकड़ में विकसित हो रहा मेडिकल डिवाइस पार्क इसी का उदाहरण है। यहां अब तक 1855 करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव मिल चुके हैं जिससे करीब ७ हजार जॉब्स जनरेट होंगी। ई-फाइबर ग्रुप के अलावा अमूल, पेप्सिको इंडिया और एमडीएच जैसे शीर्ष कंपनियों ने भी यहां निवेश किया है।

फॉरेन निवेशकों का विश्वास बढ़ा
सीएम डॉ. मोहन यादव ने मप्र के लिए कई दूरदर्शी नीतियां लागू की हैं। उनकी सिंगल-विंडो सिस्टम, रियायती दरों पर जमीन की उपलब्धता और बुनियादी ढांचे के विकास पर जोर ने विदेशी निवेशकों का विश्वास जीता है। मेडिकल डिवाइस पार्क को भी उन्होंने वैश्विक निवेशकों के लिए प्रमुख गंतव्य के रूप में प्रस्तुत किया जिसमें आधुनिक बुनियादी सुविधाएं, प्रोत्साहन योजनाएं और उत्कृष्ट लॉजिस्टिक्स शामिल है।

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