नगर निगम के बिल्डिंग इंस्पेक्टर मुकुल मेश्राम का ऑडियो वायरल

मातहत को कंपाउंडिंग शुल्क के नाम पर वसूली का आदेश दे रहे

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अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। नगर निगम झोन ६ के बिल्डिंग इंस्पेक्टर मुकुल मेश्राम और इसी झोन में पदस्थ रहे विकास जोशी के बीच लेन-देन का एक ऑडियो वायरल हो रहा है। इसमें मेश्राम कंपाउंडिंग के नाम पर वसूली का आदेश दे रहे हैं। इस संबंध में मेश्राम ने मीटिंग में होने की बात कहकर अपना पक्ष नहीं रखा है। जब भी उनका पक्ष आएगा आपको बताया जाएगा।

बताया जा रहा है कि नगर निगम के झोन 6 में आवासीय भूखंडों पर लोगों ने होटल और व्यवसायिक कॉम्प्लेक्स का निर्माण कर लिया है। इसी को लेकर नगर निगम के अफसर कंपाउंडिंग का नोटिस जारी कर रहे हैं। इन नोटिस के नाम पर वसूली हो रही है। ऐसी ही वसूली महामृत्युंजय द्वार के पास स्थित एक होटल संचालक से करने की कोशिश की गई। बिल्डिंग इस्पेक्टर मुकुल मेश्राम और तत्कालीन दरोगा विकास जोशी के बीच लाखों रुपए के लेनदेन की यह ऑडियो क्लिप (ऑडियो की पुष्टि अक्षरविश्व नहीं करता है) वायरल हो रही है।

आइए जानते हैं क्या है ऑडियो में?

विकास: गया था ना आज मैं वहां पर भी होकर आ गया हूं, अमरनाथ एवेन्यू, बहुत सारी जगह होकर आया हूं कंपाउंडिंग के लिए।
मेश्राम: हां-हां

विकास: तो इसके पास गया था ऊपर जाकर देखा तो होटल बना रहा है। फोन लगाया तो तीनों बाप बेटे आ गए थे।
मेश्राम: ये जिसका फोटो भेजा है तुमने।

विकास: हां यह तीनों बाप बेटे मिलने आ गए थे मुझसे
मेश्राम: इसको तो बहुत भयंकर दम दिया है तोडऩे का। मोहित ने क्या है इसकी कंपाउंडिंग की फाइल लगाई नहीं थी।

विकास: मोहित मुझे बोल रहा था कि मेरी मुकुल भैया से कंपाउंडिंग की बात चल रही है।
मेश्राम: मैंने उसको यह बोला था तू बात कर यहां पर कंपाउंडिंग की फाइल लगा।

विकास: कंपाउंडिंग की फाइल कल के कल लगवा दूं।
मेश्राम: 3 दिन हो गए हैं, अभी तक तो लगी नहीं।

विकास: गुरुजी में आज ही गया हूं वहां पर।
मेश्राम: मैं तुमको नहीं बोल रहा हूं। मोहित ने नहीं लगाई, कंपाउंडिंग की फाइल भी लगवाना है और इससे पैसे भी लेना है।

विकास: होटल बना रहा है तो पैसे तो लेंगे ही। पैसे आपने बोल दिया क्या उसको?
मेश्राम: हां, पैसे तो बोल दिए हैं, पर वह हामी नहीं भर रहा है।

विकास: आपने कितने पैसे बोले हैं मैं उस हिसाब से बात करूं।
मेश्राम: अरे उसको तो मैंने बहुत बड़ा अमाउंट बोला है पांच लाख (5 लाख) का।

विकास: चलो तो कल मैं इसको घेरता हूं, है ना गुरुजी।
मेश्राम: कंपाउंडिंग की फाइल के लिए और इसके (रिश्वत के 5 लाख) लिए दोनों के लिए मोहित को बोल रखा है।

ऑडियो क्लिप के संबंध में अक्षरविश्व ने मुकुल मेश्राम से उनका पत्रा जानना चाहा तो उन्होंने कहा कि वह फिलहाल मीटिंग में हैं। बाद में बात करेंगे। जब भी उनका पक्ष आएगा, आपको बताया जाएगा।

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