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उज्जैन के लोगों के 81 करोड़ से अधिक रुपए बैंक खातों में फंसे, एप से जानिए आपका पैसा भी ब्लाक तो नहीं

2.90 लाख निष्क्रिय खातों को फिर शुरू करने की तैयारी

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उज्जैन। जिले के लोगों का 81.69 करोड़ रुपया बैंकों के निष्क्रिय खातों में फंसा हुआ है। मजेदार बात यह है कि कई लोगों को अपने फंसे हुए रुपए की जानकारी भी नहीं है। अब आरबीआई ने जिले के 2.90 लाख निष्क्रिय खातों को पुन: सक्रिय करने के लिए अभियान शुरू किया है, ताकि खाताधारक उनका ब्लाक रुपया उपयोग में ले सकें।

 

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के निर्देश पर जिले की अग्रणी बैंक ऑफ इंडिया ने निष्क्रिय खातों को शुरू करने की मुहिम शुरू की है। जिसके तहत पिछले 10 सालों से अधिक समय से निष्क्रिय बैंक खातों की पहचान कर, खाता धारकों से संपर्क कर उन्हें पुन: सक्रिय किया जाएगा। यह अभियान 31 दिसंबर तक चलेगा और उसके पश्चात 30 सितंबर 2026 तक प्रभावी रहेगा।

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जिले में बंद खाते व उनमें फंसा पैसों की स्थिति
अग्रणी बैंक जिला प्रबंधक बलराम बैरागी ने बताया कि जिले में 2 लाख 90 हजार 750 बैंक खाते निष्क्रिय हैं, जिनमें 81.69 करोड़ रुपये की राशि जमा है। इनमें शासकीय खाते- 3हजार 377 (जमा राशि 8.57 करोड़), इंस्टीट्यूशनल खाते- 41 हजार 025 (जमा राशि 14.48 करोड़) और खुदरा (रिटेल) खाते 2 लाख 46 हजार 348 हैें जिनमें राशि 58.64 करोड़ रुपए जमा हैं। ये सभी खाते लंबे समय से उपयोग नहीं किए गए हैं, इस कारण इनमें जमा रुपया भी निष्क्रिय है।

इस तरह जानें अपने निष्क्रिय अकाउंट और रुपए के बारे में
आरबीआई भोपाल की उप महाप्रबंधक अलका अजित गर्दे और एलडीओ धीरज गुप्ता के मुताबिक आरबीआई ने उदगम पोर्टल पर यह जानकारी अपलोड की है। इस एप के माध्यम से स्वयं लॉगिन कर अपने नाम पुराने और निष्क्रिय खातों की जानकारी ली जा सकती है।

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