बिछड़ौद कांड… चार नए आरोपी, अरबाज और अल्ताफ हिरासत में, रहमान-मुश्ताक फरार

रिमांड खत्म, 6 आरोपियों को भेजा जेल, मोबाइल से हटाए वीडियो ढूंढने में लगी पुलिस
संगठित अपराध की धाराएं बढ़ाईं
अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। बिछड़ौद में हुए लव जिहाद कांड में पुलिस को आरोपियों से की गई पूछताछ में चार ऐसे युवकों के नाम मिले हैं जो फरमान गैंग के सदस्य हैं। हिंदू लड़कियां इन सभी के निशाने पर थीं। पुलिस ने टीम बनाकर एक बार फिर बिछड़ौद में दबिश दी और दो आरोपियों को हिरासत में ले लिया। दो आरोपी फरार बताए जा रहे हैं। पुलिस ने इस केस में धारा 111और बढ़ाई है। पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। संभावना है कि इस कांड में और आरोपियों के नाम सामने आएं। पुलिस साइबर टीम मोबाइल से डिलीट किए गए डाटा को रिकवर करने में जुटी हुई है। आईटी स्पेशलिस्ट इसमें पुलिस को सहयोग कर रहे हैं। पूर्व में पकड़े गए आरोपियों को पुलिस ने एक बार फिर न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है। फरमान को छोड़ कर सभी आरोपी तीन दिन के रिमांड पर थे। फरमान इस समय अस्पताल में भर्ती है। पुलिस अभिरक्षा में उसका इलाज चल रहा है। उसके पैर में गोली लगी है।
पुलिस को देख गांव में फैली सनसनी
बिछड़ौद की दुकानें कांड के उजागर होने के बाद से बंद थीं। व्यापारियों का कहना है था कि नुकसान की चिंता नहीं है। गांव की इज्जत का सवाल है। पुलिस आरोपियों का जुलूस निकाले। पुलिस ने जुलूस निकाला। शुक्रवार को बाजार खुले हुए थे। गांव में चहल-पहल थी। इसी बीच पुलिस की गाडिय़ों के पहुंचते ही गांव में सनसनी फैल गई। पुलिस ने पहले तो गांव में चौतरफा घेराबंदी की और अरबाज तथा अलताफ के घर पर दबिश दे दी। गांव वाले समझ नहीं पाए कि माजरा क्या है। पुलिस ने इन दोनों को हिरासत में ले लिया। दरअसल, अरबाज और अलताफ इस कांड के वह किरदार हैं जिन्होंने फरमान की गैंग में हिंदू लड़कियों को फांसने और अपने इरादों को कामयाब करने का काम किया। इनके अलावा दो और नए नाम सामने आए जिनमें रहमान और मुश्ताक शामिल हैं। यह दोनों गांव में नहीं मिले। पुलिस ने इन दोनों के पीछे अपने मुखबीर और पुलिस टीम लगा दी है।
एक दर्जन से ज्यादा बदमाशों की गैंग
पुलिस को पता चला है कि आरोपी फरमान, उसके साथी जुबैर, इकरार, राजा रंगरेज, जुनैद, उजैर पठान और गांव के अन्य लडक़ों ने गैंग बना रखी थी। फरमान अपने साथियों से फोन पर और मुलाकात होने पर जानकारी लेता था कि आगे क्या हुआ। सूत्रों के अनुसार उसने कोड तक बना रखा था। कोई समझ न सके इसलिए कोड में बात की जाती थी। पैर का घाव ठीक होने के बाद रिमांड पर आए तब फरमान बताएगा कि गैंग को कैसे संचालित करता था और कोड क्या था।
संगठन बना कर काम किया बदमाशों ने
घटना से जाहिर हो रहा है कि नाबालिग लड़कियों के वीडियो कॉल रेकॉर्ड कर बदनाम करने की धमकी दे बलात्कार करने का मामला सुनियोजित साजिश और संगठन का निकला है। इन लोगों ने बकायदा गु्रप बनाया और अपने इरादों को अंजाम दिया। पुलिस को जांच और आरोपियों से की गई पूछताछ में पता चला कि है कि फरमान की गैंग में 15 से अधिक लडक़े शामिल हैं। इनके पीछे कौन है अभी इसका खुलासा नहीं हुआ है। पूरी कहानी फरमान बताएगा कि उसने किस तरह हिंदू लड़कियों को फांसने, वीडियो बनाने बलात्कार करने के लिए गैंगे के लडक़ों को तैयार किया। पता चला है कि इनमें से कुछ अपना हुलिया बदल कर बाजार में निकलते थे और लड़कियों को फांसने का काम करते थे।
फरमान के पकड़ाते ही डिलीट किए वीडियो
इस पूरे मामले का सिलसिलेवार खुलासा करने और छुपे हुए आरोपियों तक पहुंचने को लिए एसपी प्रदीप शर्मा ने एसआईटी का गठन किया है। यह टीम पूरे घटनाक्रम पर नजर रखे हुए है और जांच में जुटी हुई है। पता चला है कि जब फरमान पुलिस के हत्थे चढ़ा तब अन्य आरोपियों को भी यह पता चल गया कि वह भी फंसने वाले हैं, इसलिए उन्होंने अपने मोबाइल से वह वीडियो और फोटो डिलीट कर दिए जो उनके पास थे। उन्हें यह नहीं पता था कि पुलिस की साइबर सेल उस डाटा को रिकवर भी कर सकती है। टीम को इसमें सफलता भी मिली है। डेटा की जांच की जा रही है। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
फरमान के तरीके को अपनाया
लव जिहाद कांड के आरोपी लड़कियों को फांसने का काम करते थे हिंदू लड़कियां इनके टॉरगेट पर थीं। ज्यादातर ने फरमान के तरीके को अपनाया था। फरमान नाबालिग और सीधी सादी लडक़ी को टॉरगेट करता और सुनसान इलाके में जबर्दस्ती उसके गले से लगता और दोस्तों से मोबाइल पर फोटो बनवा लेता था। फरमान ने आसपास के गांव की तीन लड़कियों को फांस रखा था। इनमें से एक लडक़ी को तो दो साल पूर्व फांसा था जब वह नाबालिग थी। एक महिला का आंगन में कपड़े धोने का वीडियो सामने आया है। यह वीडियो उसने चुपके से बनाया था। इसी तरह उसकी गैंग के हर लडक़े के टारगेट पर दो से तीन लड़कियां थीं, इन लड़कियों से ये लगातार मोबाइल कालिंग या सोशल मीडिया के जरिए चैट करते रहते थे। कई लड़कियों को इन्होंने दोस्ती कर फंसाया और फिर वीडियो कालिंग कर उसे रिकार्ड कर लिया। इसके बाद तो ये मासूमों को बदनाम करने की धमकी देकर जहां चाहे वहां बुलवा लेते थे। मासूम डर के मारे कुछ बोल नहीं पा रही थीं।
बिछड़ौद कांड के आरोपियों को जेल भेजा दिया गया है, चार और नए आरोपियों के नाम सामने आए हैं। उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। सभी को गिरफ्तार करेंगे। मामले में संगठित अपराध की धाराएं 111 भी बढ़ाई गई हैं। केस में और भी आरोपी सामने आएंगे। किसी को बख्शा नहीं जाएगा। एसआईटी गठित कर दी गई है, जांच चल रही है।
प्रदीप शर्मा, एसपी