पहले दिन आधा दर्जन क्षेत्रों में कम दबाव से जलप्रदाय की शिकायतें पहुंचीं, उत्तर क्षेत्र के लोगों ने बोरिंग, हैंडपंप से चलाया काम
अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। गंभीर डेम में स्टोर पानी को जून माह तक चलाना है। इसी के मद्देनजर शहर में एक दिन छोडक़र जलप्रदाय की व्यवस्था 15 अप्रैल से लागू कर दी गई है। इसके अंतर्गत आज सुबह दक्षिण क्षेत्र में जलप्रदाय किया गया। उत्तर क्षेत्र में नलों से पानी नहीं आने पर लोगों ने बोरिंग और हैंडपंप से काम चलाया।
पीएचई अफसरों ने एक दिन छोडक़र पूरी क्षमता के साथ जलप्रदाय करने का दावा किया था। उनका तर्क था कि लोग एक दिन के जलप्रदाय में दो दिन का पानी स्टोर कर सकते हैं लेकिन व्यवस्था लागू होते ही अफसरों के दावों की पोल खुल गई। दक्षिण क्षेत्र के पुलिस मित्र नगर, भार्गव नगर सहित आधा दर्जन क्षेत्रों में कम दबाव से जलप्रदाय की शिकायतें अफसरों तक पहुंची। वहीं दूसरी ओर उत्तर क्षेत्र के जिन लोगों को 15 अप्रैल से एक दिन छोडक़र जलप्रदाय की जानकारी नहीं थी उन्होंने हैंडपंप और बोरिंग से पानी लेकर काम चलाया।
दूषित और बदबूदार पानी की शिकायत
दक्षिण क्षेत्र अंतर्गत आने वाली कुछ कालोनियों में दूषित, बदबूदार और मटमैला पानी नलों से आने की शिकायतें लोगों ने अफसरों से की। बताया जाता है कि उक्त कालोनियों में टाटा कंपनी द्वारा सीवरेज लाइन प्रोजेक्ट काम चल रहा है। कंपनी के कर्मचारियों ने लाइन खोदने के दौरान कई जगह पेयजल पाइप लाइन, सीवर लाइन तोड़ दी हैं इस कारण जलप्रदाय के दौरान सीवरेज का पानी नलों से लोगों के घरों तक पहुंच गया।
यह है गंभीर डेम की स्थिति
मंगलवार सुबह गंभीरं डेम में 729 एमसीएफटी पानी स्टोर था। दक्षिण क्षेत्र में जलप्रदाय के दौरान कुल 7.680 एमसीएफटी पानी की खपत हुई। पिछले वर्ष गंभीर डेम में 681 एमसीएफटी पानी स्टोर था उसके मुकाबले इस वर्ष डेम में स्टोर पानी की स्थिति ठीक है, लेकिन इसी पानी को 30 जून तक पेयजल सप्लाय के लिए उपयोग में लिया जाना है इस कारण शहर में एक दिन छोडक़र जलप्रदाय व्यवस्था शुरू की गई है।
कंट्रोल रूम पर शिकायत नहीं
पेयजल सप्लाय अथवा इससे संबंधित अन्य समस्या के लिए पीएचई कंट्रोल रूम बनाया गया है जिसके मोबाइल नंबर 9406801060 पर शहरवासी शिकायत कर सकते हैं। कंट्रोल रूम के टेलीफोन ऑपरेटर तेजकरण ने बताया कि शहर में एक दिन जलप्रदाय व्यवस्था लागू होने के बाद सुबह से कोई शिकायत नहीं आई है और न ही किसी ने अतिरिक्त पानी के लिए टेंकर आदि की मांग की है।