20 करोड़ रु. से बनेगी लड्डू प्रसाद निर्माण की नई यूनिट

By AV News

महाकाल मंदिर प्रबंध समिति की बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय

अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन 20 करोड़ से की लागत से महाकाल मंदिर लड्डू प्रसाद निर्माण की नई यूनिट अन्नक्षेत्र के पास स्थापित की जाएगी। चिंतामन की गोशाला को शिफ्ट किया जाएगा। मंदिर के बाहरी हिस्सें में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए शेड निर्माण होगा।

उक्त निर्णय महाकाल मंदिर प्रबंध समिति की बैठक में लिए गए। प्रबंध समिति बैठक मंगलवार को महाकाल महालोक कंट्रोल रूम स्थित सभाकक्ष में कलेक्टर एवं मंदिर समिति अध्यक्ष नीरज कुमार सिंह की अध्यक्षता में आयोजित की गई। ग्राम चिन्तामण जवासिया में स्थित महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति की लड्डू प्रसाद निर्माण इकाई को अन्नक्षेत्र के पास स्थापित करने का निर्णय लिया गया है। इसी क्रम में उक्त कार्य के लिए 20,23,69,000 रु. (बीस करोड़ तेईस लाख उनहत्तर हजार रुपए मात्र) की स्वीकृति के प्रस्ताव का अनुमोदन किया गया।

मंदिर के प्रशासनिक कार्यालय की सभी शाखा एक ही स्थान पर संचालित करने के उद्देश्य से महाकालेश्वर मंदिर के प्रशासनिक कार्यालय के समीप रिक्त स्थल पर उज्जैन विकास प्राधिकरण उज्जैन के माध्यम से प्रशासनिक कार्यालय का विस्तार किए जाने का निर्णय लिया गया, जिस पर अनुमानित व्यय लगभग 9.72 करोड़ रुपए होना संभावित है। महाकालेश्वर वैदिक प्रशिक्षण एवं शोध संस्थान संस्थान परिसर में संचालित गोशाला को उज्जैन सीमा में लगी हुई मंदिर समिति की भूमि रिक्त पर स्थानान्तरित किए जाने का निर्णय लिया गया।

महाकालेश्वर मंदिर परिसर में गेट क्र. 10 से मानसरोवर भवन में प्रवेश तक एवं विजिटर फेसिलिटि सेंटर-1 स्थित गेट क्र. 1 के सामने आरनामेंटल शेड का निर्माण कार्य के लिए 3,96,99,000 रु. (तीन करोड़ छियानवे लाख निन्यानवे हजार रू. मात्र) की स्वीकृति के साथ प्रस्ताव का अनुमोदन किया गया। मंदिर परिसर स्थित ओपन केबलिंग एवं वायरिंग को भूमिगत करने एवं विद्युत व्यवस्था के सौंदर्यीकरण के लिए 4,50,72,000 रुपए के कार्य किए जाने की स्वीकृति प्रदान की गई।

यह भी निर्णय हुए

 दानदाता समिट आयोजित करने आदि पर भी विचार किया गया।

अयोध्या में श्रीराम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के आयोजन में पहुंचाने गए 05 लाख लड्डू प्रसाद पर पर व्यय हुई राशि का अनुमोदन किया गया।

श्री महाकालेश्वर वैदिक प्रशिक्षण एवं शोध संस्थान चिंतामण जवासिया स्थित परिसर में समिति की तीन इकाइयों की विद्युत सुविधा के लिए परिसर में एक बड़ा डी.जी. सेट लगाने का निर्णय लिया गया।

इन्टरनेट की स्पीड 100 एमबीपीएस से 500 एमबीपीएस किया जाएगा।

अब दिखेगा अखंड भारत का नक्शा

महाकाल मंदिर परिसर में जल्द ही 101 फीट ऊंचा ध्वज दिखाई देगा और अखंड भारत का नक्शा भी भक्तों को एकजुटता की प्रेरणा देगा। ई कार्ट की जगह इलेक्ट्रिक ट्रेन चलाई जाएगी। इलेक्ट्रिक ट्रेन त्रिवेणी संग्रहालय से मंदिर के प्रवेश द्वार तक चलाने की योजना है। यह टॉय ट्रेन जैसी होगी। इसका एक मुख्य स्टॉप रहेगा और रूद्रसागर किनारे यह चलाई जाएगी। योजना पर वर्कआउट किया जा रहा है। ई कार्ट के कारण कई परेशानियां सामने आ रही हैं।

यह जगह भी घेरती है और पैदल चलने वाले दर्शनार्थी इससे परेशान होते हैं। सीएम डॉ. मोहन यादव की मंशा पर यह प्रस्ताव लाया गया है ताकि दर्शनार्थियों को मंदिर पहुंचने में ज्यादा पैदल न चलना पड़े। अभी ट्रेन चलाने पर कितना खर्च आएगा और इसके लिए टिकट रहेगा या नहीं, इस पर निर्णय होना बाकी है।

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