ई रिक्शा संचालकों का शहर में सबसे बड़ा प्रदर्शन

 कार्तिक मेला ग्राउंड में एकत्रित हुए 1000 वाहन

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पर्यावरण की रक्षा का संदेश लेकर पहुंचेंगे कलेक्टोरेट, प्रधानमंत्री के नाम देंगे ज्ञापन

अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन सुबह कार्तिक मेला ग्राउण्ड में 1000 से अधिक ई रिक्शा कतारबद्ध होकर खड़े थे। संचालक अपने वाहनों से निकलकर झुंड में आंदोलन के बारे में बातचीत कर रहे थे। इस आंदोलन को भारतीय मजदूर संघ का समर्थन मिल गया तो अधिकांश वाहनों पर बीएमएस के झंडे भी लग गये। एक ई रिक्शा के ऊपर लाउडस्पीकर लगा था जिसमें बैठा व्यक्ति ई रिक्शा संचालकों को निर्देशित कर रहा था। इधर पुलिस प्रशासन के अफसर भी इस आंदोलन को लेकर अलर्ट हो चुके हैं। ई रिक्शा संचालकों का शहर में यह सबसे बड़ा प्रदर्शन हो रहा है।

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यह है आंदोलन का कारण

आरटीओ के मुताबिक शहर में 12000 से अधिक ई रिक्शा का संचालन हो रहा है। इनकी संख्या प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। अधिकांश ई रिक्शा संचालक अपने वाहनों को महाकालेश्वर मंदिर, महाकाल लोक, रेलवे स्टेशन, बस स्टेण्ड क्षेत्र में संचालित करते हुए पुराने शहर में पहुंचते हैं। इस कारण पुराने शहर की यातायात व्यवस्था ठप्प हो चुकी है। कलेक्टर नीरज कुमार सिंह के निर्देश पर पिछले माह आरटीओ ने ई रिक्शा संचालन के लिये झोन और रूट की व्यवस्था लागू की थी। ई रिक्शा संचालकों को आरटीओ से रूट वाईस परमिट भी जारी करना शुरू किया गया, लेकिन अधिकांश ई रिक्शा संचालकों ने परमिट नहीं बनवाये और नियम का विरोध शुरू कर दिया। झोन और रूट का नियम लागू होने के बाद ई रिक्शा संचालक पूर्व में भी 3-4 बार आंदोलन कर चुके हैं।

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पर्यावरण बचाने का संदेश

ई रिक्शा संचालकों के आंदोलन को लीड कर रहे बल्लू सिंह ठाकुर ने बताया कि हमने आंदोलन में शामिल ड्रायवरों को स्पष्ट कहा है कि अपने वाहनों के साथ रैली में शामिल होने के दौरान रास्तों पर कोई भी व्यक्ति नारेबाजी में अभद्र शब्दों का प्रयोग न करे, आपत्तिजनक व अश्लील नारे न लगाए, किसी प्रकार का हंगामा न करें। भारतीय मजदूर संघ के जिलाध्यक्ष किशनसिंह शेखावत ने बताया कि ई रिक्शा संचालकों की मांग का संघ समर्थन करता है और आंदोलन में हम इनके साथ हैं।
एएसपी बोले…उद्दंडता या वाइलेंस

पर सख्त कार्रवाई करें
ई रिक्शा संचालकों के बड़े आंदोलन पर पुलिस प्रशासन की नजर है। सुबह से महाकाल थाना व यातायात थाने के पुलिस अफसर कार्तिक मेला ग्राउण्ड पहुंच चुके थे। इधर एएसपी जयंत राठौर ने वायरलेस सेट पर थानों के पुलिस अफसरों को निर्देश दिये कि यदि ई रिक्शा संचालक रैली के दौरान किसी प्रकार की उद्दंडता या वाइलेंस करें तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाये एवं वीडियोग्राफी भी कराई जाए।

सख्ती बढ़ी तो हुए आंदोलित

आरटीओ द्वारा बनाये गये झोन व रूट के नियम को 1 जून से शहर में लागू कर दिया गया है। यातायात पुलिस द्वारा इस नियम का पालन कराने के लिये मैदान में उतरी। 100 से अधिक ई रिक्शा बिना परमिट के चलते पाये जाने पर थाने में खड़े करवाए। पुलिस की लगातार बढ़ती सख्ती के कारण ई रिक्शा संचालक आंदोलित हो गये। संचालकों ने शुक्रवार को कोयला फाटक स्थित नगर निगम परिसर में अपने वाहन खड़े कर आंदोलन की राह पकड़ ली थी और आज सुबह कार्तिक मेला ग्राउण्ड पर एकत्रित होकर कलेक्टोरेट में प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन देने जा रहे हैं।

ई रिक्शा संचालकों की मांगें

मैजिक वाहनों का रूट निर्धारित होने के बाद भी अधिकांश मैजिक वाहन रूट के विपरीत उज्जैन दर्शन सहित दूसरे रूट पर संचालित हो रहे हैं उन्हें रोका जाये।

आटो रिक्शा के भी रूट निर्धारित किये जाएं। इन वाहनों पर भी ई रिक्शा के लिये बनाये गये नियम लागू हों।

ई रिक्शा के लिये निर्धारित स्थानों पर स्टेण्ड बनाये जाएं।

नए ई रिक्शा की बिक्री पर रोक लगाएं अथवा उन्हें ग्रामीण क्षेत्रों में संचालन का परमिट दिया जाये।

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