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एसेट्स मैनेजमेंट प्रोजेक्ट : नगर निगम के कामों का ऑडिट अब शहरवासियों के हाथ में

बार कोड में हर काम की कुंडली, कोई भी देख सकेगा

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देश में ऐसा करने वाला पहला स्मार्ट शहर होगा उज्जैन

उज्जैन। आमतौर सभी को नए कामों को लेकर शिकायत रहती है कि निर्माण कार्य की लागत, अवधि और तथ्य की जानकारी नहीं मिल पाती है। अब नगर निगम के कामों का ऑडिट शहरवासियों के हाथ में होगा। प्रत्येक काम का बार कोड बनेगा और हर काम की कुंडली इसमें होगी, जिसे कोई भी देख सकता है। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्टस में इसके लिए पोर्टल बनाया जा रहा है।

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इस एसेट्स मैनेजमेंट प्रोजेक्ट में नगर निगम के अब तक बनाई गई सारी परियोजनाओं का ऑडिट अब शहर की जनता ही करेगी। जनता बताएगी कौन सा काम शहर के लिए उपयोगी रहा है कौनसा नहीं? पूरे देश के सौ स्मार्ट शहरों में पहली बार ये पहल उज्जैन स्मार्ट सिटी करने जा रही है। इस पहल के अंतर्गत नगर निगम और उज्जैन स्मार्ट द्वारा एक पोर्टल डेवलप किया जा रहा हैं।

इसके जरिए नगर निगम द्वारा अब तक हो चुके सभी कामों का आंकलन जनता खुद देख सकेंगी। इसकी रूपरेखा अभी शुरूआती चरण में है, जिस पर विस्तृत एक्शन प्लान जल्द ही बनाया जाएगा। प्रोजेक्ट के पहले चरण में केवल नगर निगम की सम्पत्ति/परिसंपत्तियों का ब्यौरा पोर्टल पर लोड किया जाएगा। जिसका रिकार्ड बारकोड के जरिए लोगों तक सार्वजनिक किया जाएगा। फिलहाल इसके लिए नगर निगम द्वारा टेंडर जारी किया गया है। नगर निगम के कई भुगतान और सेवाओं को पेपरलेस किया जा रहा है। इसके लिए कई प्रोजेक्ट विचाराधीन है।

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इस संबंध में स्मार्ट सिटी ई-गवर्नस मैनेजर सचिन जैन ने बताया कि पूरे देश के सौ स्मार्ट शहरों में पहली बार ये पहल उज्जैन स्मार्ट सिटी करने जा रही है। प्रोजेक्ट उपयोगी तभी बन सकता है जब उसमें जनता की राय ली जाए। बता दें कि नगरीय निकायों के विभिन्न कार्य और गतिविधियों को सोशल मीडिया के माध्यम से आमजन से जोड़ा जा रहा है।

यह है प्रमुख बातें

  • प्रोजेक्ट के अंतर्गत नगर निगम के प्रत्येक निर्माण कार्यों की होगी मैपिंग। ठ्ठ नाली, सड़क, वाहन, शौचालय और अन्य चल, अचल संपत्तियों की व्यय, मरम्मत, निर्माण वर्ष का संपूर्ण ब्यौरा रहेगा।
  • लोग जानकारी देखने के साथ शिकायत भी कर सकेंगे।

पब्लिक फ्रेंडली बनाया जाएगा

कारपोरेशन को हाईटेक बनाने के साथ-साथ पब्लिक फ्रेंडली बनाया जा रहा है। हर काम पारदर्शिता से हो, इसके लिए अलग-अलग कदम उठाए गए है। इसी क्रम में एसेट्स मैनेजमेंट प्रोजेक्ट के अंतर्गत पोर्टल को डवलप किया जा रहा है।
– अंशुल गुप्ता, नगर निगम आयुक्त उज्जैन

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