दोनों पुत्रों ने पिता को पुश्तैनी मकान से निकाला अब वह किराए के मकान में जीवन बिता रहा है

कलेक्टर ने जनसुनवाई में आई शिकायत पर कार्रवाई के निर्देश दिए
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अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। कलेक्टर रौशन कुमार सिंह ने मंगलवार को प्रशासनिक संकुल भवन के सभाकक्ष में विभिन्न मामलों में जनसुनवाई करते हुए प्रकरणों को समय सीमा में निराकरण करने के निर्देश अधिकारियों को दिए।
उज्जैन निवासी मुमताज खान ने आवेदन दिया कि वे गरीबी रेखा के नीचे जीवनयापन करती हैं। उनके बेटे का शिक्षा के अधिकार के अंतर्गत एक निजी विद्यालय में प्रवेश कराया गया था, परंतु कुछ समय से विद्यालय द्वारा उन पर फीस जमा करने का दबाव बनाया जा रहा है। प्रार्थिया बच्चे की फीस जमा करने में असमर्थ है। इस पर डीपीसी को मामले की जांचकर आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए।
मंदिर के मार्ग पर अतिक्रमण कर लिया
उज्जैन तहसील के ग्राम झिरोलिया टकवास निवासी कलाबाई पति नाथूलाल ने आवेदन दिया कि गांव में स्थित प्राचीन तेजाजी मंदिर के आवागमन मार्ग पर एक व्यक्ति ने अवैध रूप से अतिक्रमण कर लिया गया है। इस वजह से श्रद्धालुओं को मंदिर आने में काफी असुविधा हो रही है। अत: अतिक्रमण शीघ्र हटवाया जाए। इस पर तहसीलदार उज्जैन ग्रामीण को उचित कार्रवाई के निर्देश दिए। उज्जैन निवासी ओंकारलाल ने आवेदन दिया कि उनके दोनों पुत्रों ने उनके स्वामित्व के मकान से ही उन्हें निकाल दिया है। पुत्रों ने निरंतर उनके साथ अभद्र व्यवहार किया गया। वर्तमान में प्रार्थी किराए के मकान में निवास करने पर मजबूर हैं। उनके पास आय का भी कोई साधन नहीं है। उन्हें पुन: मकान में हक दिलवाया जाए। इस पर जिला विधिक सहायता अधिकारी को जांचकर कार्रवाई के निर्देश दिए।
साहब, एक मात्र पुत्र की मौत हो गई,भरण पोषण की व्यवस्था भी नहीं है
पंवासा निवासी शारदाबाई ने आवेदन दिया कि उनके युवा पुत्र का असामयिक निधन हो गया है। मेरी देखरेख करने वाला कोई नहीं है। वृद्धावस्था होने के कारण वे परिश्रम कर पाने में असमर्थ है। अत: उन्हें शासन की ओर से आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाए। इस पर एसडीएम उज्जैन शहर को भरण पोषण अधिनियम के अंतर्गत कार्रवाई करने के निर्देश दिए। इसी प्रकार अपर कलेक्टर एमएस कवचे एवं अन्य अधिकारियों द्वारा भी अन्य आवेदनों पर जनसुनवाई की गई।