गयाकोठा-महाकाल मंदिर पर महिलाओं ने पूजे सप्त ऋषि

अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। महिलाओं ने गुरुवार को ऋषिपंचमी पर्व मनाया। व्रतधारी महिलाओं ने सुबह आंधी-झाड़ा से स्नान किया और इसके बाद सप्त ऋषियों का पूजन किया। शहर में सप्तऋषि के दो प्रमुख मंदिर गया कोठा खाक चौक और महाकाल मंदिर परिसर में स्थित हैं। गया कोठा मंदिर पर सुबह से महिलाओं की लंबी कतार थीं।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!
यहां महिलाओं ने पूजन के बाद व्रत की कथा सुनी। पं. मनोज कृष्णवल्लभ त्रिवेदी ने बताया रजस्वला धारण कर चुकी महिलाएं यह व्रत करती हैं। रजस्वला की स्थिति में हुई गलतियों की क्षमा के प्रायश्चित के रूप में यह व्रत किया जाता है। पूजन के बाद सप्तऋषि से क्षमा मांगी जाती है। ऋषि पंचमी पर महाकाल मंदिर परिसर में विराजित सप्त ऋषियों की भी पूजा की गई। यहां सुबह ६ बजे से ही पूजन प्रारंभ हो गया था।
श्रद्धालुओं ने कहा : सुविधाएं बढ़ाएं
महिलाओं को गलतियों के प्रायश्चित के लिए यह व्रत जरूर करना चाहिए। यह व्रत महिलाओं के लिए काफी महत्वपूर्ण है। हम सप्तऋषियों के वंशज हैं। गलतियों के लिए क्षमा मांगने का यह व्रत है। मंदिर पर महिलाओं के मान से सुविधाएं बढ़ाना चाहिए नगर निगम को। गया कोठा मंदिर पर क्षेत्र की हजारों महिलाएं पूजन के लिए आती है। बारिश से बचने के लिए यहां टेंट बढ़ाने की जरूरत है। सुरक्षा के लिए पुलिस भी लगाना चाहिए। कई लोग कतार तोडक़र विवाद करते हैं।