पत्नी-भांजी ने रची थी व्यापारी की हत्या की साजिश

जूना सोमवारिया में 6 लाख रुपए की सुपारी देकर कराई गई हत्या, पत्नी सहित तीन आरोपी गिरफ्तार, एक फरार
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उज्जैन:जूना सोमवारिया में शनिवार सुबह घर में छुपे बदमाश द्वारा इलेक्ट्रानिक व्यापारी की हत्या के मामले में पुलिस ने उसकी पत्नी, भांजी सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि व्यापारी की हत्या छह लाख रुपये सुपारी देकर कराई गई थी। मामले में फरार एक आरोपी की तलाश पुलिस द्वारा की जा रही है।

यह था मामला:11 मई को लोकेश राठौर निवासी वीरदुर्गादास मार्ग जूना सोमवारिया ने थाना जीवाजीगंज में रिपोर्ट लिखाई कि मेरे पिता मिश्रीलाल राठौर उम्र 50 साल जो इलेक्ट्रॉनिक्स का व्यवसाय करते है, प्रतिदिन सुबह घूमने के लिये जाते है। सुबह करीब 8.30 बजे लौटकर आये घर का ताला खोलकर सीढ़ी चढ़कर जैसे ही ऊपर घर में पहुंचे कि पहले से अंदर छुपे हुये एक लड़के ने पिता जी के पेट व अन्य भाग में जान से मारने की नियत से चाकू मारे व भाग गया। शोरगुल की आवाज आने पर जब मैं घर पहुंचा तो पिता सीढिय़ों के नीचे ओटले पर पड़े हुये थे। जिन्हे अन्य लोगों की मदद से अस्पताल लेकर गये, जहां उनकी मृत्यु हो गई। उक्त सूचना पर धारा 302,324 के अंतर्गत केस पंजीबद्ध कर जांच प्रारंभ की गई ।
पत्नी व भांजी ने हत्या का समय व तरीका बताया था
पुलिस टीम ने जानकारी जुटाई गई तो तथ्य प्रकाश में आया कि मृतक मिश्रीलाल राठौर तथा उसकी पत्नी कृष्णाबाई के मध्य आपसी चरित्रशंका को लेकर काफी समय से अनबन चल रही थी। जिसके कारण दोनों ही अलग-अलग मकानों में रह रहे थे। मृतक अपने पुत्र लोकेश राठौर के साथ रहता था तथा श्रीमती कृष्णाबाई अपनी भांजी माया के साथ मृतक के अन्य मकान में आवासरत थी, जिसे मिश्रीलाल, कृष्णाबाई व माया से खाली कराना चाहता था इसी कारण कृष्णाबाई तथा माया ने मिलकर गोपाल चौधरी निवासी आंजना बस्ती को मृतक की हत्या करने की सुपारी दी।
कुल छ: लाख रूपये में सौदा तय हुआ एडवांस के रूप में कृष्णाबाई व माया ने नकद एक लाख रूपये गोपाल चौधरी को दिये तथा मृतक के घर के मुख्य चैनल गेट की एक अन्य चाबी भी गोपाल चौधरी को दी व बताया कि मिश्रीलाल सुबह जल्दी मार्निंग वॉक के लिये निकलता है, उसी समय चैनल गेट का ताला खोलकर घर के अंदर जाया जा सकता है घर के अंदर उसे मारना अधिक सुविधाजनक होगा।
सुपारी लेने वाले ने दूसरे को दी सुपारी
गोपाल चौधरी द्वारा मिश्रीलाल की हत्या करने हेतु दो लाख रूपये में आरोपी करन सोलंकी निवासी ग्राम कुलावदा थाना इंगोरिया को ठेका दिया गया व दस हजार रूपये नकद एडवांस के रूप में दिये गये साथ ही मृतक के घर की मुख्य चैनल की चाबी भी प्रदाय की गई। घटना वाले दिन आरोपी करन सोलंकी के द्वारा उक्त चाबी की सहायता से मृतक के घर का ताला खोलकर आसानी से प्रवेश कर लिया गया तथा चैनल गेट में पुन: ताला डाल दिया और स्वयं सीढिय़ों के ऊपर कमरे में आड़ लेकर चाकू सहित खड़ा हो गया।
थोडी देर में मिश्रीलाल के मॉर्निंग वॉक से लौटकर आने पर जैसे ही वह सीढिय़ा चढ़कर ऊपर पहुंचा कि तभी आरोपी करन ने जान से मारने की नियत से मिश्रीलाल पर चाकू से हमला कर दिया दोनों लुढकते हुये सीढियों से नीचे ओटले पर आ गये। जहां से आरोपी करन बगल की गली में होकर भाग गया।
मिश्रीलाल ने लोगों को आवाज भी लगाई जिससे कुछ लोग मौके पर पहुंचे मिश्रीलाल घायल अवस्था में ओटले पर लेट गया जिसे ईलाज हेतु अस्पताल ले जाया गया जहां ईलाज के दौरान मिश्रीलाल की मृत्यु हो गई। प्रकरण में आरोपिया कृष्णाबाई, भांजी माया तथा आरोपी गोपाल चौधरी को गिरफ्तार कर लिया गया है जिन्होंने पूछताछ पर अपराध में स्वयं की संलिप्तता स्वीकार कर ली है। आरोपी करन पिता छगनलाल सोलंकी जाति नायक नि.ग्राम कुलावदा थाना इंगोरिया अभी फरार है जिसकी तलाश जारी है।
पुलिस अधीक्षक ने किया टीम का गठन
पुलिस अधीक्षक उज्जैन के द्वारा उक्त अपराध की गंभीरता को देखते हुये एएसपी जयंत सिंह राठौर, एएसपी गुरूप्रसाद पाराशर के मार्गदर्शन में नगर पुलिस अधीक्षक जीवाजीगंज सुमित अग्रवाल, उप पुलिस अधीक्षक क्राईम ब्रांच एवं थाना प्रभारी नरेन्द्र सिंह परिहार को निर्देशित किया गया कि तत्काल घटनास्थल से साक्ष्य एकत्रित करते हुये अज्ञात आरोपी का पता लगाकर गिरफ्तार किया जावे।
अफसरों को प्रशंसा पत्र व टीम को 30 हजार रुपए का नगद ईनाम
सनसनीखेज हत्या के मामले का 24 घंटों के अंदर खुलासा करने में एमएस परमार अनुविभागीय पुलिस अधिकारी बडऩगर, एनबीएस परिहार थाना प्रभारी जीवाजीगंज, सउनि प्रतीक यादव, प्रभारी रासीस वेदप्रकाश साहू, दौलत सिंह रावत, सुरेन्द्र सिंह पँवार, लोकेंद्र सिंह बेस, प्रेम समरवाल, सोमेंद्र दुबे, महेश जाट, राजपाल चंदेल, क्राइम ब्रांच रूपेश बिडवान, कुलदीप भारद्वाज, अनिल पंचोली, आर गुलशन चौहान, राहुल पांचाल, आर.के. मनीष यादव, सर्वेश भदोरिया, श्याम सिंह, के. दीपांशु, ओम भदोरिया, देवेन्द्र भाईसानिया, चालक प्रदीप ने प्रमुख भूमिका निभाई है। प्रशंसनीय कार्य करने वाले राजपत्रित अधिकारीयों को प्रशंसा पत्र तथा शेष अधिकारियों को तीस हजार नकद ईनाम दिया जावेगा।








