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पहले महाकाल दर्शन फिर सुबह ही दफ्तर पहुंच गए कलेक्टर

सुबह 10 बजे अफसरों की ली मीटिंग, महाकाल मंदिर प्रबंध समिति की मीटिंग का इंतजार

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जिले के मुखिया अब रोज पहले महाकाल जाएंगे, फिर संभालेंगे काम

आप खुद तैयार करो एजेंडा, किसकी करानी समीक्षा…

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अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन:कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने बुधवार सुबह सबसे पहले भगवान महाकाल के दर्शन किए और इस दौरान कंट्रोल रूम की व्यवस्था का जायजा भी लिया। हालांकि पहले दिन कोई निर्देश नहीं दिया। इसके बाद वे सुबह ही दफ्तर जा पहुंचे और जरूरी काम करने के बाद सुबह 10 बजे से टीएल मीटिंग ली।

कलेक्टर सिंह सुबह करीब 8 बजे महाकाल मंदिर पहुंचे और दर्शन कर मंदिर के कंट्रोल रूम की व्यवस्था देखी। अचानक कलेक्टर के आने की खबर से मंदिर प्रशासन में हलचल मच गई। कई अधिकारी भी मंदिर नहीं पहुंच सके थे। अनुमान लगाया जा रहा है कि कलेक्टर सिंह अब रोज सुबह पहले महाकाल दर्शन करेंगे, इसके बाद ही दफ्तर जाएंगे। कलेक्टर ने पहले दिन कोई निर्देश नहीं दिया लेकिन संदेश दे दिया है कि वे अब दर्शन के दौरान व्यवस्थाओं का अचानक निरीक्षण भी कर सकते हैं। इससे मंदिर की व्यवस्थाओं में स्वत: सुधार आने की संभावना है। मंदिर के सूत्रों ने बताया है कि उन्हें निर्देश मिले हैं कि कलेक्टर अब रोज सुबह महाकाल दर्शन करने आएंगे, इसलिए अलर्ट पर रहें।

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कलेक्टर सिंह ने कहा सभी विभाग अपना एजेंडा खुद तैयार करें और बताएं की किस विषय पर समीक्षा चाहते हो। चेतावनी भी दी कि अब अगर कोई पत्र विभाग से आएगा तो जिम्मेदारी विभाग प्रमुख की होगी। कोई भी फाइल लेकर न आए। प्रक्रिया से मुझ तक पहुंचाएं। जिस पर चर्चा लिखा हो, उसी को लेकर आएं। टीएल मीटिंग में सभी अधिकारियों से कहा अब हर बार टीएल मीटिंग सुबह 10 बजे से होगी इसलिए पूरी तैयारी से आएं। यह हफ्ते में दो बार होगी। अंतर विभागीय समिति में रखे जाने वाले बिंदुओं पर इसी बैठक में चर्चा कर लिया करें और शुक्रवार तक कोई भी मुद्दा या विषय हो तो अवगत कराया करें। उन्होंने बताया वे रोज सुबह 9 बजे दफ्तर आ जाएंगे।

सुबह 8.30 पर संभाला दफ्तर का काम

कलेक्टर सिंह भगवान महाकाल का आशीर्वाद लेकर सुबह करीब 8.30 पर प्रशासनिक संकुल पहुंचे और दफ्तर का काम संभाला। उन्होंने 10 बजे टीएल मीटिंग बुलाई और विभागीय अधिकारियों से योजनाओं और अब तक की स्थिति की जानकारी ली।

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